विवादित धार्मिक ट्वीट कर फंसे अरविंद केजरीवाल, दर्ज हुए केस
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल एक बार फिर से अपने एक ट्वीट के चलते विवादों में फंस गए हैं। हिंदुओं के धार्मिक चिन्ह 'स्वास्तिक' पर एक ट्वीट करने के बाद अरविंद केजरीवाल पर हिंदुओं के अपमान का आरोप लग रहा है। अब इस मामले में केजरीवाल के खिलाफ एक केस दर्ज कराया गया है। इससे पहले केजरीवाल के ट्वीट के खिलाफ बीजेपी ने ऐतराज भी जताया है। बीजेपी का कहना है कि सीएम ने धार्मिक आस्थाओं को चोट पहुंचाकर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है।
अरविंद केजरीवाल द्वारा किए गए एक ट्वीट में कथित रूप से धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए उनके खिलाफ शनिवार को दिल्ली में शिकायत दर्ज कराई गई है। दरअसल सीएम केजरीवाल ने आज एक तस्वीर ट्वीट की। इस तस्वीर में हिंदू धर्म के पवित्र चिह्न स्वास्तिक जैसा एक चिह्न दिख रहा है, जिसके पीछे एक आदमी झाड़ू लेकर दौड़ रहा है। इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए केजरीवाल ने लिखा था , मुझे किसी ने ये भेजा है।
Delhi: Complaint filed against Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal for allegedly hurting religious sentiments in one of his tweets (in pic). pic.twitter.com/GwQ3OooFHK
— ANI (@ANI) March 23, 2019
वहीं दूसरी ओर अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने उनकी रैली रद्द करवा दी। इसके साथ ही उन्होंने पूछा कि बीते पांच साल में भाजपा की कितनी रैलियां रद्द की गई हैं।केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, भाजपा ने पुलिस के जरिये आज मेरी रैली रद्द करवा दी। पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी। बीते पांच साल में भाजपा की कितनी रैलियों को पुलिस ने इजाजत नहीं दी है?
BJP gets my public rally cancelled today thro police. Police denies permission. How many BJP rallies were denied permission by police in Delhi in last 5 yrs?
भाजपा वालों, मान लो कि दिल्ली की सातों सीटें हार रहे हो। मोदी जी पूर्ण राज्य का वादा करके मुकर गए। अब जनता बताएगी।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 23, 2019
केजरीवाल ने यह भी कहा कि भाजपा को यह स्वीकार लेना चाहिए कि वह दिल्ली में सातों सीटें हारेगी। केजरीवाल ने कहा कि मोदी दिल्ली के लिए पूर्ण राज्य के दर्जे के अपने वादे को भूल गए। अब लोग उनको जवाब देंगे। उधर दिल्ली पुलिस ने कहा कि वहां जगह काफी संकरी है इसलिए इजाजत नहीं दी गई। संबंधित एसीपी ने इस आधार पर प्रस्ताव ठुकरा दिया।
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