कम्युनिटी ट्रांसमिशन की ओर बढ़ा ओमिक्रॉन, ताजा स्टडी में सामने आए चौंकाने वाले आंकड़े
नई दिल्ली, 16 जनवरी। इंस्टिट्यूट ऑफ लिवर एंड बाइलिरी सर्विसेज दिल्ली ने हाल ही में एक अध्ययन किया है, जिसमे इस बात की ओर इशारा किया गया है कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन कम्युनिटी ट्रांसमिशन के चलते फैल रहा है, इसकी बड़ी वजह यह है कि इसकी चपेट में अधिकतर वही लोग आए हैं जिन्हें पहले कभी कोई संक्रमण नहीं हुआ है। संक्रामक रोग विभाग के शोध में 264 लोगों पर यह शोध किया गया, जिसमे से 68.9 फीसदी लोगों की पहचान हुई है जो डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित हुए हैं और 31.06 फीसदी लोग ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित हुए हैं। इसके साथ ही यह बात भी सामने आई है कि अधिकतर ओमिक्रॉन के मामले असिम्प्टोमैटिक हैं, 50 फीसदी मामलों में अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ी है।

स्टडी में कहा गया है कि 25 नवंबर से 23 दिसंबर 2021 के बीच दिल्ली के पांच जिलों के लोगों आरटीपीसीआर जोकि पॉजिटिव आई थी उनके सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग गई थी। इस दौरान इन लोगों की पूरी मेडिकल हिस्ट्री सहित शहर में संक्रमण आदि की भी जानकारी की स्थिति को दर्ज किया गया था। जिसके बाद इन लोगों के आंकड़ों को परखा गया। 264 मामलों में 87.8 फीसदी लोग पूरी तरह से वैक्सिनेटेड थे और सिर्फ 39.1 फीसदी ही लोग कहीं घूमने या फिर किसी दूसरे के संपर्क में आए थे। बाकी के 60.9 फीसदी लोग कम्युनिटी ट्रांसमिशन के चलते पॉजिटिव हुए।
स्टडी में दावा किया गया है कि हमारे अध्यय में इस बात के पुख्ता संकेत मिलते हैं कि ओमिक्रॉन अधिकतर असिम्प्टोमैटिक लोगों से फैल रहा है, यही वजह है कि यह दुनियाभर में इतनी तेजी से फैल रहा है। हमारे नतीजों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि अधिक संख्या में जिस तरह से लोगों को वैक्सीन दी गई उसका असर इस वैरिएंट के असर को कम करने में सहायक रहा है। ओमिक्रॉन के 82 मरीजों में से 72 पूरी तरह से वैक्सिनेटेड हैं। 52 फीसदी लोगों ने कोविशील्ड, 12 फीसदी लोगों ने कोवाक्सिन, 11 फीसदी लोगों ने फाइजर, चार फीसदी लोगों ने मॉडर्ना, चार फीसदी लोगों ने स्पुतनिक वी, एक फीसदी लोगों ने जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन ली है।
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भारत में अपनी तरह की यह पहली स्टडी है जोकि ओमिक्रॉन से कम्युनिटी ट्रांसमिशन पर की गई है। इसमे संक्रमित लोगों के जीनोम सीक्वेंसिंग के डेटा का अध्ययन किया या है, जिसमे दिल्ली के पांच जिले दक्षिण दिल्ली, दक्षिणपूर्व दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली शामिल हैं। यह आंकड़े 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच के हैं। बता दें कि दुनियाभर में ओमिक्रॉन के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। दुनियाभर में संक्रमित लोगों में 13 फीसदी लोगों में अलग लक्षण देखे को मिले हैं, इन लोगों की सूंघने की क्षमता, स्वाद में कमी देखने को मिली है। जबकि 80 फीसदी लोगों में गले की समस्या सामान्य लक्षण है।