पश्चिम बंगाल में हिंसा पर गृह मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट, अब तक 3 की मौत
कोलकाता। रामनवमी पर शुरु हुई सांप्रदायिक हिंसा की आग बिहार से लेकर पश्चिम बंगाल तक फैल गई है। पश्चिम बंगाल में दूसरे दिन भी हिंसा की कई घटनाएं सामने आई हैं। खास तौर पर मुर्शिदाबाद और बर्द्धमान जिलों में धार्मिक संगठनों के सदस्यों और पुलिस के बीच झड़प हुई है। पुलिस के अनुसार इसी झड़प में पुलिस टीम के ऊपर बम भी फेंका गया। इस घटना में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए। रानीगंज की हिंसा के बाद मंगलवार को आसनसोल में भी रामनवमी की शोभा यात्रा के दौरान हिंसा भड़क गई। यहां रेलपार इलाके में यात्रा पर कुछ लोगों ने पत्थर फेंके, जिसके बाद तोड़फोड़ और आगजनी होने लगी।केंद्र सरकार ने राज्य से इस मामले में रिपोर्ट देने के लिए कहा है। केंद्र ने राज्य में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की भी बात कही है।
जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच झड़प में दो लोगों की मौत
आपको बता दें कि इससे पहले रविवार को पुरुलिया में एक जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच झड़प में दो लोगों की मौत हो गई थी और पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। राज्य में हो रही हिंसा के मद्देनजर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भाजपा समर्थकों ने पश्चिम बंगाल में रविवार को कई स्थानों पर सरकारी प्रतिबंध की अनदेखी करते हुए सशस्त्र रैली निकाली। इस रैली के बाद ही हालात बिगड़े।
मौलाना आजाद की मूर्ति तोड़ी
रविवार और सोमवार को रामनवमी पर जुलूस के दौरान हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत और कम से कम एक दर्जन लोगों के ज़ख़्मी होने के बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने ऐसे जुलूसों पर पूरी तरह से पाबंदी लगी दी है। हिंसा के दौरान उत्तर 24-परगना ज़िले के कांकिनाड़ा में देश के पहले शिक्षा मंत्री रहे मौलाना आजाद की एक मूर्ति भी तोड़े जाने की घटना सामने आई है। राज्य में बिगड़े हालात को देखते हुए ही बाद में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया था जो जुलूस के दौरान हथियार लेकर चल रहे थे। मैं इस तरह की हिंसा को कभी बर्दाश्त नहीं करूंगी। अगर पुलिस कार्रवाई करने में विफल रहती है तो उसके खिलाफ कदम उठाए जाएंगे।
बाबुल सुप्रियो ने हिंसा के लिए ममता सरकार को जिम्मेदार बताया
केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने बंगाल में भड़की हिंसा के लिए राज्य की ममता सरकार को जिम्मेदार बताया। सांसद सुप्रियो ने पश्चिम बंगाल की सरकार को जिहादी सरकार का नाम दिया है। उन्होंने कहा कि इस हिंसा को टाला जा सकता था लेकिन पुलिस अपने राजनीतिक आकाओं के मुताबिक काम कर रही थी। इलाके के गुंडो को पूरी छूट दी गई थी। ट्वीट करते हुए सुप्रियो ने कहा कि जिहादी सरकार को बता देंगे कि बंगाल की आत्मा अभी जिंदा है। उन्होंने लिखा कि सोशल मीडिया पर सैकड़ों तस्वीरें वायरल हो रही है अगर इनमें से 25 फीसदी भी सही हैं तो पता चल जाएगा कि हालात कितने खराब हैं।