दिल्ली-महाराष्ट्र-गुजरात समेत 6 प्रदेशों से आने वालों को इस राज्य में Covid-19 टेस्ट कराना जरूरी
नई दिल्ली- कर्नाटक ने तीन राज्यों के लोगों की एंट्री पर पहले ही 31 मई तक पाबंदी लगा रखी है और अब यह नियम बना दिया है कि आने वाले दिनों में दिल्ली समेत 6 राज्यों से जो भी लोग वहां पहुंचेंगे उन सबको कोरोना का टेस्ट करवाना ही पड़ेगा। बता दें कि कर्नाटक में मामले जबसे तेजी से बढ़ने शुरू हुए हैं, उसने अपने नियमों को बहुत ही कड़ा कर दिया है और जो लोग भी कर्नाटक जा रहे हैं, उन्हें कम से कम 14 दिन तक सरकारी निगरानी में क्वारंटीन रहना ही पड़ रहा है। अब उसने 6 राज्यों के लोगों के लिए टेस्ट अनिवार्य ही कर दिया है।
6 राज्य से आने वालों के लिए कर्नाटक में कोविड टेस्ट जरूरी
कर्नाटक सरकार ने 6 राज्यों से आने वाले हर व्यक्ति के लिए कोविड-19 टेस्ट करवाना अनिवार्य कर दिया है। ये सारे राज्य वो हैं, जहां कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की तादाद बहुत ज्यादा है और लगातार बढ़ती ही जा रही है। 21 मई को राज्य में जारी नई टेस्टिंग नीति के तहत इन राज्यों से लौटने वालों को कर्नाटक में कदम रखने के 5 से 7 दिन के अंदर नोवल कोरोना वायरस टेस्ट करवाना जरूरी कर दिया गया है। राज्य सरकार ने जिन राज्यों से आने वालों के लिए यह नियम अनिवार्य किया है, उनमें महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली और मध्य प्रदेश शामिल हैं। असल में हाल में जो लोग वहां लौटे हैं उनमें से इन राज्यों से आए लोग जांच में काफी पॉजिटिव पाए जा रहे हैं।
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आने के 5-7 दिन के अंदर टेस्ट कराना जरूरी
राज्य में अभी जो टेस्टिंग पॉलिसी है उसके तहत दूसरे राज्यों से कर्नाटक वापस आने वाले सभी लोगों की स्क्रीनिंग की जाती है और जो लोग बीमार लगते हैं, उनका कोविड-19 टेस्ट करवाया जाता है और उन्हें अस्पताल में क्वांरटीन किया जाता है। जिन लोगों में कोई लक्षण नहीं होते उन्हें 14 दिनों के लिए अलग-अलग जगहों पर क्वारंटीन किया जाता है और छोड़ने से पहले उनका भी टेस्ट करवाया जाता है। जो राज्य ज्यादा जोखिम वाले घोषित नहीं हुए हैं, वहां से लौटने वाले बिना लक्षण वाले लोगों के पांच सैंपल का एकसाथ पूल टेस्टिंग कराने की प्रक्रिया यहां अपनाई जा रही है। गुरुवार के आदेश के मुताबिक बिना लक्षण वाले लोगों का 'ज्यादा संक्रमण वाले राज्यों (समय-समय पर राज्य सरकार घोषित करती है) से आने वालों को आने के 5 से 7 दिनों के अंदर टेस्ट करवाना होगा।'
रोजाना आ रहे हैं करीब 70 नए केस
दरअसल, पिछले 8 मई से जबसे राज्य में दूसरे राज्यों से लोग वापस लौटने शुरू हुए हैं, रोजाना नए संक्रमणों के मिलने का सिलसिला बहुत बढ़ चुका है, मसलन पहले अगर रोज 20 नए केस आते थे तो अब करीब 70 आ रहे हैं। और इनमे से ज्यादातर केस महाराष्ट्र, तमिलनाडु और गुजरात से आ रहे हैं। इससे पहले राज्य सरकार ने जिन तीन राज्यों के लोगों की जो एंट्री रोकी थी, उसके चलते 21,607 लोगों की वापसी की कार्रवाई फिलहाल रुकी हुई है। बता दें कि मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने 18 मई को तीन राज्यों महाराष्ट्र, तमिलनाडु और गुजरात से आने वाले लोगों की एंट्री प्रतिबंधित कर दी थी। उन्होंने सोमवार को कहा था, 'हमनें फैसला किया है कि गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु से 31 मई तक लोगों को नहीं आने देंगे। उन्हें आगे विभिन्न चरणों में आने दिया जाएगा।'
पिछले एक दिन में 143 नए मामले
बता दें कि कर्नाटक में आज की तारीख में कोरोना वायरस के संक्रमण के कुल केस 1,605 हो चुके हैं, जिनमें से 143 की बढ़ोतरी पिछले एक दिन में हुई है। कर्नाटक में देश में कोरोना से पहली मौत से लेकर अबतक कुल 41 लोगों की इस बीमारी से जान जा चुकी है। जबकि, पूरे देश में संक्रमण का मामला 1,18,447 तक पहुंच चुका है।