रेड टेप हटाया, रेड कारपेट बिछाया, PM मोदी ने दावोस में दुनिया को दिया ये संदेश
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी ने आज स्विट्जरलैंड के शहर दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की 48वीं बैठक में उद्घाटन भाषण दिया। पीएम मोदी ने वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मंच से पूरी दुनिया को स्वास्थ्य, समृद्धि और शांति के साथ भारत आने का संदेश दिया। पीएम मोदी ने दुनिया को संबोधित करते हुए कहा कि अगर आप वेल्थ के साथ वेलनेस चाहते हैं तो भारत आइए, हेल्थ के साथ होलनेस चाहते हैं तो भारत आइए और अगर प्रॉसपैरिटी के साथ पीस चाहते हैं तो भी भारत आइए।
हमने भारत में 1400 पुराने बेकार कानून खत्म किए: पीएम मोदी
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रान्सफॉर्म हमारी कार्यशैली का सूत्र है। भारत में परमिट राज खत्म कर निवेश को सुगम बना दिया है। एफडीआई के दरवाजे हम ने खोल दिए हैं, हम अब रेड कारपेट बिछा रहे हैं। 1400 पुराने बेकार के कानूनों को खत्म कर दिया गया है। 70 साल बाद एक नेशन-एक टैक्स की व्यवस्था GST लागू किया गया। डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी,और डायनेमिक से हम विकास को बढ़ावा दे रहे हैं।
हमारा विकास समावेशी विकास है
दावोस में पीएम मोदी ने कहा कि भारत का लोकतंत्र, देश की स्थिरता, सतत विकास का आधार है। लोकतंत्र एक राजनीतिक व्यवस्था नहीं, जीवन दर्शन और जीवन शैली है। हमारा लोकतंत्र हमारी विविधता का ही नहीं, सबके सपनों का पूरा करने का काम करता है। हम ने सबके विकास का संकल्प लिया और सबका साथ-सबका विकास का नारा दिया। समावेशी दर्शन मेरी सरकार की हर योजना का आधार है।
पीएम मोदी ने निवेशकों को दिया खास 'मंत्र'
प्रधानमंत्री मोदी ने निवेशकों को लुभाते हुए कहा कि वेल्थ के साथ वेलनेस चाहते हैं तो भारत आइए। हेल्थ के साथ होलनेस चाहते हैं तो भारत आइए। प्रॉस्पैरिटी के साथ पीस चाहते हैं तो भारत आइए। पीएम मोदी ने कहा कि साझा चुनौतियों के लिए एकदूसरे का सहयोग बहुत जरूरी है। अंतरराष्ट्रीय कानूनों और नियमों का सही तरीके से पालन और सम्मान जरूरी है। अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में लोकतांत्रिक तरीके से प्रतिनिधित्व को बढ़ावा देना चाहिए।
टॉप बिजनेस कंपनियों के सीईओ से की मीटिंग
इससे पहले पीएम मोदी ने दुनिया की टॉप बिजनेस कंपनियों के सीईओ की राउंड टेबल मीटिंग की। इसमें पीएम मोदी ने बताया कि भारत का मतलब बिजनेस होता है। पीएम मोदी के साथ इस मीटिंग में विजय गोखले, एस जयशंकर और रमेश अभिषेक समेत तमाम वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। इस बैठक में वैश्विक कंपनियों के 40 और भारत के 20 मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस राउंड टेबल मीटिंग का नाम 'इंडिया मीन्स बिजनेस' रखा गया था।