Coronavirus Vaccine: फरवरी के अंत में शुरू होगा स्पुतनिक वी और एस्ट्राजेनेका वैक्सीन का संयुक्त परीक्षण
कोरोना वायरस की स्पुतनिक वी और एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के संयोजन का दुनिया का पहला नैदानिक परीक्षण (क्लिनिकल ट्रायल) पूर्व सोवियत गणराज्य के अजरबैजान में फरवरी के अंत में शुरू होने वाला है।
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की स्पुतनिक वी और एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के संयोजन का दुनिया का पहला नैदानिक परीक्षण (क्लिनिकल ट्रायल) पूर्व सोवियत गणराज्य के अजरबैजान में फरवरी के अंत में शुरू होने वाला है। रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (RDIF) ने इस बात की जानकारी दी। रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष, जो रूस का संप्रभु धन कोष है, ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि अजरबैजान गणराज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 8 फरवरी को स्पुतनिक वी और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की ऐस्ट्राजेनेका के संयुक्त उपयोग का देश में नैदानिक परीक्षण करने के लिए परमिट जारी किया है।
आरडीआईएफ के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि क्लिनिकल ट्रायल फरवरी के अंत में शुरू किया जाएगा। खबरों के मुताबिक आरडीआईएफ, द गैमलेया सेंटर, एस्ट्राजेनेका और आर-फार्म ने पहले टीके के विकास में सहयोग के उद्देश्य से एक मेमोरेंडम ऑफ इंटेंट (MOI) पर हस्ताक्षर किए थे, जिसकी घोषणा दिसंबर 2020 में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ एक बैठक के दौरान की गई थी।
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दुनिया का पहला संयुक्त टीका उपयोग 24 दिसंबर, 2020 को पंजीकृत नैदानिक परीक्षणों के प्रोटोकॉल के अनुरूप किया जाएगा।
इस परीक्षण का उद्देश्य यह पता लगाना है कि इन दोनों वैक्सीन को कोरोना वायरस के खात्मे के लिए एक साथ उपयोग करना सही है या नहीं। इस अनुसंधान को कई देशों में 6 महीने के दौरान किया जाएगा जिसमें प्रत्येक में 100 स्वयंसेवकों की भर्ती की जाएगी।