मेहुल चौकसी को मोदी सरकार ने विदेश भागने दिया, कांग्रेस का आरोप
नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक को हजारों करोड़ की चपत लगाने वाले मेहुल चोकसी को लेकर कांग्रेस और मोदी सरकार के बीच लगातार बयानबाजी जारी है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार ने जानबूझकर पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी को क्लीन चिट दी जिसकी वजह से देश से भागने में सफल हुआ। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने चोकसी के वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि उसे 16 फरवरी को एक ई मेल मिला था, जिसमे कहा गया था कि उसका पासपोर्ट रद्द कर दिया गया है।
भगौड़ों का साथ भगौड़ों का विकास
सुरजेवाला ने कहा कि चोकसी के बयान से साफ है कि चोकसी का पासपोर्ट 16 फरवरी तक वैध था, जिसकी वजह से वह 4 जनवरी को भारत से बाहर भागने में सफल रहा। इसके लिए सुरजेवाला ने कपिल सिबल द्वारा संसद में पूछ गए सवाल के लिखित जवाब का हवाला दिया है। उन्होंने कहा कि मोदी जी के मेहुल भाई, मेहुल चोकसी ने लगता है कि भारत की मोदी सरकार की एजेंसियों के साथ सांठगांठ से वापस आने का मन बनाकर आज एक न्यूज एजेंसी को पहले चरण का साक्षात्कार दे दिया। अब एक बात साफ है, अब जो तथ्य और साक्ष्य सार्वजनिक पटल पर उपलब्ध हैं, उनसे ये साबित हो जाता है कि मेहुल चोकसी और नीरव मोदी द्वारा 24,000 करोड़ का फ्रॉड कर देश से भागने में सीधे-सीधे चौकीदार और उनका कार्यालय संलिप्त है। मैं ये बात बहुत जिम्मेवारी और गंभीरता से कह रहा हूं। अब तो अंतर्राष्ट्रीय पटल पर ये जगजाहिर हो गया कि चौकीदार अब पक्के भागीदार बन गए हैं। ‘भगौड़ों का साथ और भगौड़ों का विकास', अब ये पक्का नारा मोदी सरकार का बन गया है।
पीएमओ की फर्जीवाड़े की जानकारी थी
सुरजेवाला ने कहा कि 7 मई, 2015 से, 1 मार्च, 2018 तक यानि लगभग तीन साल तक प्रधानमंत्री कार्यालय ने नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के खिलाफ फ्रॉड की जानकारी होते हुए भी कार्यवाही जानबूझ कर नहीं की, ताकि 4 जनवरी, 2018 को पहले ही नीरव मोदी और मेहुल चोकसी देश छोड़कर भाग जाएं और उसके क्या साक्ष्य और तथ्य हैं। सुरजेवाला ने इस बाबत तमाम दस्तावेज मीडिया के सामने रखे और कहा कि पीएमओ को इस बात की जानकारी थी कि मेहुल चोकसी ने बैंक के साथ फर्जीवाड़ा किया है।
जानबूझकर देर से हरकत में आई सरकार
पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए सुरजेवाला ने कहा कि एक तरफ पीएम कहते हैं कि हाँ जी, शिकायतें हमें सब मिली थीं और 1 मार्च, 2018 को फाईनेंस मंत्रालाय द्वारा उन सबकी हमें जानकारी दी गई। पर ये लिखना भूल जाते हैं कि हमारे मेहुल भाई तो 4 जनवरी, 2018 को ही भगा दिए गए थे। 4 जनवरी, 2018 को हमारे मेहुल भाई और 1 जनवरी, 2018 को नीरव मोदी, छोटे मोदी नंबर दो, दोनों भाग गए थे और इसलिए 1 मार्च, 2018 को प्रधानमंत्री कार्यालय कहता है कि अब कार्यवाही करो। जब चिड़िया चुग गई खेत, उसके बाद कहते हैं कि कार्यवाही करो।
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प्रधानमंत्री हैं जिम्मेवार
सुरजेवाला ने कहा कि मैं बहुत गंभीरता से आज ये इल्जाम लगा रहा हूं और साक्ष्यों और तथ्यों के आधार पर कह रहा हूं, प्रधानमंत्री कार्यलाय की संलिप्तता, नरेन्द्र मोदी जी के कार्यालय की संलिप्तता, वित्त मंत्रालय की संलिप्तता, ईडी और सीबीआई की संलिप्तता, SFIO की संलिप्तता इस पूरे प्रकरण में साफ जाहिर है। पहली शिकायत आई 26 मई, 2015 को, रिपोर्ट ली, 1 मार्च, 2018 को, भगौड़े भाग गए 4 जनवरी, 2018 को। तीन साल तक मोदी सरकार छोटा मोदी नंबर दो, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी उनके मामा पर कोई कार्यवाही नहीं करती। इसके लिए सीधे-सीधे प्रधानमंत्री जी जिम्मेवार हैं।
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