संसद में कांग्रेस सांसद बोले- मुझे बोलने दीजिए, जनता पूछती है दिल्ली जाकर कहां गोल हो जाते हैं
नई दिल्ली। लोकसभा में चर्चा के दौरान एक मजेदार नजारा देखने को मिला। जब कांग्रेस के एक सदस्य अनुमाला रेवंत रेड्डी ने चर्चा में कम समय मिलने पर अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा है कि ,मुझे बोलने दीजिए क्योंकि गांव में लोग पूछते हैं कि दिल्ली जाकर कहां गोल हो जाते हैं।' रेड्डी ने यह टिप्पणी उस समय की जब पीठासीन अध्यक्ष काकोली घोष दस्तीदार ने उन्हें जल्दी से अपनी बात खत्म करने को कहा जब वे वर्ष 2019-20 के लिए ग्रामीण विकास तथा कृषि और किसान कल्याण मंत्रालयों के नियंत्रणाधीन अनुदानों की मांगों' की चर्चा पर अपनी बात रख रहे थे।
मैडम बोलने दीजिए, जनता पूछती है दिल्ली जाकर कहां गोल हो जाते हो
बता दें कि अनुमाला रेवंत रेड्डी तेलंगाना के मलकाजगिरी से कांग्रेस सांसद हैं। चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि मैडम बोलने दीजिए क्योंकि गांव में लोग पूछते हैं कि दिल्ली जाकर आप कहां गोल हो जाते हैं। सांसद की यह बात सुनकर संसद में ठहाके लगने लगे। रेड्डी ने चर्चा के दौरान देशभर में किसानों की खुदकुशी का मुद्दा उठाते हुए दावा किया कि 2016 के बाद किसानों की खुदकुशी के आंकड़े जानबूधकर जारी नहीं किया गया है।
अमित शाह और ओवैसी के बीच हुई थी बहस
बता दें कि इससे पहले लोकसभा में सोमवार को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (संशोधन) विधेयक 2019 पर चर्चा के समय गृहमंत्री अमित शाह और एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली थी। औवेसी के बार-बार बीजेपी सांसद सत्यपाल मलिक के टोकने को लेकर दोनों के बीच बहस हुई थी। इसी बीच ओवैसी ने शाह से कहा कि आप डराइए मत, जिस पर शाह ने पलटकर जवाब देते हुए कहा कि वह डरा नहीं रहे हैं, लेकिन अगर डर जेहन में है तो क्या किया जा सकता है। संसद के बाहर रिपोर्टरों से बातचीत करते समय ओवैसी ने अमित शाह पर पलटवार किया।
चर्चा के दौरान बार-बार टोक रहे थे ओवैसी
दरअसल एनआईए संशोधन विधेयक पर चर्चा के समय जब बीजेपी के सांसद सत्य पाल सिंह बोल रहे थे, तब एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने बार-बार उन्हें टोका। सत्यपाल सिंह ने कहा कि जब हम मालेगांव के बारे में बोलते हैं, तो हमें हैदराबाद विस्फोटों के बारे में भी बोलना चाहिए। उन्होंने कहा कि हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर को सूबे के मुख्यमंत्री ने जांच के दौरान बदलने की धमकी दी गई थी। उन्होंने तब धमाकों के मामले में अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले संदिग्धों को पकड़ा था। इस पर एएमआईएम प्रमुख ने हस्तक्षेप किया और कहा कि बीजेपी सांसद को इसके सबूत सदन के पटल पर रख सकते हैं। गौरतलब है कि एनआईए संशोधन विधेयक सोमवार को पास हो गया। इसके पक्ष में 273 और विपक्ष में मात्र 9 वोट पड़े। संशोधन के खिलाफ विपक्ष के सारे प्रस्ताव गिर गए।
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