17 दिन जीवन संघर्ष करने के बाद को पायलट पेनी चौधरी शहीद, 10 मार्च को क्रैश हो गया था चेतक हेलिकॉप्टर
मुंबई। तटरक्षक हेलीकॉप्टर की सह-पायलट 17 दिनों तक जीवन संघर्ष करने के बाद शहीद हो गईं।बता दें कि 10 मार्च को महाराष्ट्र स्थित रायगढ़ में मुरुड के निकट दुर्घटनाग्रस्त होने वाले तटरक्षक चेतक हेलीकाप्टर की सह पायलट, सहायक कमांड कैप्टन पेनी चौधरी, सिर की चोट के लिए सर्जरी के बाद लाइफ सपोर्ट पर रखी गईं थीं। तटरक्षक प्रो (पश्चिम) कमांडेंट अविनान्दन मित्र ने जानकारी दी कि दक्षिण मुंबई के कुलाबा क्षेत्र में उन्हें नौसैनिक अस्पताल INHS अश्वीनी में भर्ती कराया गया था। उनका निधन कल रात हो गया। हेलीकॉप्टर के रोटर से चोट लगने के कारण कैप्टन चौधरी सिर में अंदर ही अंदर खून बह रहा था।
गौरतलब है कि हेलीकॉप्टर चार यात्रियों के साथ एक नियमित उड़ान पर था जिसमें डिप्टी कमांडेंट बलविंदर सिंह, सहायक कमांडेंट चौधरी और दो गोताखोर संदीप और बलजीत शामिल थे। कैप्टन चौधरी क्रैश हेलीकॉप्टर से उतरने वाले पहली थीं, लेकिन रोटर ब्लेड उनकी हेलमेट पर लग गया जो धीरे-धीरे आगे चल रहा था। जब हेलीकाप्टर इंजन बंद हो गया, तो पायलट और सह-पायलट ने समुद्र में गिरने से रोकने के लिए किनारे की ओर हेलिकॉप्टर को घुमाने के लिए रोटर का इस्तेमाल किया। उन्होंने समुद्र तट के रेतीले हिस्से पर हेलीकाप्टर उतरने की कोशिश की, लेकिन वो नाडोग्राम समुद्र तट पर एक चट्टानी पैच पर उतरा था।
हादसा जिले के मुरुड नांदगांव के पास हुआ था। हादसे के तुरंत बाद भारतीय नौसेना ने हेलिकॉप्टर के जरिए एक मेडिकल टीम भेज दी थी। हेलिकॉप्टर 10 मार्च को दिन में 2.40 बजे उड़ा। बता दें कि हेलिकॉप्टर दक्षिण मुंबई से 160 किलोमीटर दूर क्रैश हुआ था।
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