कोरोना के चलते इस साल जन्मदिन नहीं मनाएंगे सीएम उद्धव ठाकरे, कार्यकर्ताओं से की ये अपील
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोरोना वायरस के चलते इस साल अपना जन्मदिन नहीं मनाएंगे। इसके साथ ही इस बार शिवसेना के कार्यकर्ता भी सीएम उद्धव के जन्मदिन से जुड़े होर्डिंग या पोस्टर नहीं लगाएंगे। इस बात की जानकारी सीएम उद्धव ठाकरे के कार्यालय ने एक ट्वीट के माध्यम से दी है। सीएम ने राज्य में शिवसेना के कार्यकर्ताओं से खुद के जन्मदिन का उत्सव नहीं मनाने का आग्रह किया है। वहीं कोरोना वायरस संकट से बचने के लिए सीएम उद्धव ने रिलीफ फंड में दान, ब्लड और प्लाजमा डोनेशन करने को कहा है।
बता दें कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का जन्म 27 जुलाई 1960 में हुआ था, वह इस महीने 60 वर्ष के पूरे हो जाएंगे। मालूम हो की देश में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है, वहां अब तक 3 लाख अधिक कोरोना वायरस के मामले सामने आ चुके हैं। महामरी के दौर में सीएम उद्धव ठाकरे ने अपना जन्मदिन नहीं मनाने का ऐलान किया है। महाराष्ट्र में कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार को यहां कोरोना के 10576 नए मामले, 280 मौतें, 5552 डिस्चार्ज मामले रिपोर्ट किए गए। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 3,37,607 हो गई, जिसमें 1,87,769 रिकवर और 12,556 मौतें शामिल हैं।
CM announces that he won't celebrate his birthday this yr. He has appealed supporters and party workers to not put flexes, hoardings wishing him. He has appealed them to donate to CM relief fund, organise blood donation & Plasma donation camps instead: Maharashtra CMO (file pic) pic.twitter.com/VsjXx0TRQF
— ANI (@ANI) July 23, 2020
मैं
डोनाल्ड
ट्रंप
नहीं,
जो
लोगों
को
संक्रमित
होता
देखता
रहूं
बुधवार
को
अपने
एक
बयान
में
सीएम
उद्धव
ठाकरे
ने
महाराष्ट्र
में
बढ़ते
कोरोना
वायरस
के
प्रकोप
पर
बड़ा
बयान
दिया
था।
उन्होंने
कहा
था
कि
मुझे
लॉकडाउन
से
होने
वाली
दिक्कतों
का
पूरा
पता
है,
लेकिन
वो
कोरोना
वायरस
से
अपने
लोगों
को
संक्रमित
नहीं
होने
दे
सकते
हैं।
उन्होंने
कहा
कि
मैं
डोनाल्ड
ट्रंप
नहीं
हूं
कि
अपने
लोगों
को
पीड़ित
होता
देखता
रहूं।
इंटरव्यू
में
सीएम
ने
लोगों
को
ये
समझाने
की
भी
कोशिश
की
है
कि
लॉकडाउन
उनकी
भलाई
के
लिए
ही
लागू
हुआ
है।
लॉकडाउन
में
परीक्षा
के
सवाल
पर
सीएम
ने
कहा
कि
प्रोटोकॉल
मंत्री
आदित्य
ठाकरे
ने
अंतिम
वर्ष
के
परीक्षा
आयोजित
करने
के
फैसले
को
सुप्रीम
कोर्ट
में
चुनौती
दी
है।
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