पंजाब सरकार के नक्शे कदम पर सीएम अशोक गहलोत, कृषि कानूनों के खिलाफ पास करेंगे प्रस्ताव
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के कृषि विधेयकों के खिलाफ गैर बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) राज्यों में विरोध बढ़ता ही जा रहा है। कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार द्वारा पंजाब विधानसभा में कृषि बिलों के खिलाफ प्रस्ताव पेश करने के बाद अब राजस्थान सरकार भी कुछ ऐसा ही कदम उठाने पर विचार कर रही है। बुधवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि पंजाब की तरह हमारी सरकार भी केंद्र के बिलों के खिलाफ प्रस्ताव पास करेगी।
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गौरतलब है कि संसद के मानसून सत्र के दौरान लोकसभा और राज्यसभा से पास हुए तीन कृषि अध्यादेशों को लेकर पिछले एक महीने से विरोध प्रदर्शन चल रहा है। एक तरफ जहां किसान सड़कों पर हंगामा कर इस बिला का जमकर विरोध कर रहे हैं, वहीं विपक्ष ने भी इन अध्यादेशों के किसान विरोधी बताया है। मंगलवार को पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र में सीएम अमरिंदर सिंह ने कृषि बिलों के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया। उन्हीं नक्शे कदम पर अब सीएम अशोक गहलोत ने भी प्रस्ताव पास कराने का फैसला लिया है।
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मंगलवार सुबह सीएम गहलोत की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया। सीएम गहलोत ने कहा कि कांग्रेस किसान विरोधी तीनों कृषि कानूनों का विरोध करती रहेगी। इन बिलों के विपल्प में राजस्थान सरकार नए कानून पास करेगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कानून पास करने के लिए विधानसभा के विशेष सत्र को भी बुलाया गया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि नवंबर के पहले सप्ताह में विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जा सकता है। इस दौरान सदन में कृषि कानूनों के खिलाफ बिल पास किया जाएगा। मंगलवार को कृषि बिलों के खिलाफ प्रस्ताव पेश करते हुए सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह किसानों के खिलाफ हो रहे अन्याय के खिलाफ अपने पद का भी त्याग कर सकते हैं। उन्होंने कहा, मैंने ऑपरेशन ब्लू स्टार के समय भी पद छोड़ा था, मैं इस्तीफा देने से नहीं डरता। मैं अपना इस्तीफा पत्र अपनी जेब में लेकर घूमता हूं।