अरविंद केजरीवाल: पराली के लिए हरियाणा-पंजाब के किसानों को मशीनें मिलने में 30 साल लग जाएंगे
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के कारण सोमवार से एक बार फिर ऑड-ईवन फॉर्मूला शुरू हो गया है। दिल्ली सरकार को उम्मीद है कि इससे प्रदूषण के स्तर में कमी आएगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदूषण को लेकर दिल्लीवासियों को संदेश दिया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि ऑड-ईवन फॉर्मूले से प्रदूषण जरूर कम होगा।
उन्होंने कहा है कि रोजाना दिल्ली की सड़कों पर 30 लाख गाड़ियां चलती हैं, लेकिन इस नियम के कारण अब 15 लाख गाड़ियां चलेंगी। सीएम ने लोगों से मिल रहे सहयोग के लिए खुशी जाहिर की है। साथ ही केजरीवाल ने कहा है कि पंजाब और हरियाणा में बीते 2 साल में 27 लाख किसानों में से केवल 63 हजार को ही पराली के निपटारे के लिए मशीनें मिली हैं।
अगर इसी गति से मशीनें दी गईं तो सभी किसानों तक पहुंचने में 30 साल का समय लग जाएगा। उन्होंने कहा कि ये मशीनें एक महीने के भीतर मिल पाएं, इसके लिए केंद्र को समयसारिणी तैयार करने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भी अपने मंत्री के साथ गाड़ी शेयर की है। इसपर उन्होंने ट्वीट कर कहा है, 'वो बदलाव बनिए जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं। मुझे खुशी है कि सभी दिल्लीवासी खुशी से ऑड-ईवन में हिस्सा ले रहे हैं और उस परिवर्तन का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, जिसे दिल्ली देखना चाहती है। मैंने भी अपने मंत्रियों के साथ काम के लिए आज गाड़ी शेयर की है। हम ऑड-ईवन के दौरान एक दूसरे की गाड़ी का इस्तेमाल करेंगे।'
उन्होंने रविवार को ट्विटर पर वीडियो साझा कर कहा है कि दिल्ली के लोगों ने प्रदूषण को काफी कर दिया है। दिल्ली में 24 घंटे बिजली आने के कारण जनरेटर चलने बंद हो गए हैं, इससे भी प्रदूषण कम हुआ है, दिल्ली में 600 एकड़ जमीन पर पड़े लगे हैं, इससे भी प्रदूषण के स्तर में कमी आई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार दिल्ली में पटाखे कम जलाए गए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोग और सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए जितना कर सकते थे, उतना किया है। इस वीडियो में उन्होंने कहा है कि फसलों के धुंए को रोकना जरूरी है और इसके लिए सभी सरकारों को मिलकर काम करना चाहिए।
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