पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने संत राम सिंह के निधन पर जताया दुख, बोले- आत्महत्या की खबर से स्तब्ध हूं
नई दिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को किसान आंदोलन में शामिल सिख संत राम सिंह के निधन पर दुख व्यक्त किया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर कहा कि केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघू बॉर्डर पर करनाल के नानकसर सिंघरा वाले के संत राम सिंह द्वारा आत्महत्या करने की खबर स्तब्ध करने वाली और बेहद दुखद है। दुख के इस समय में मेरी प्रार्थना उनके परिवार और समर्थकों के साथ है। बता दें कि 65 वर्षीय संत राम सिंह ने बुधवार को दिल्ली के करीब सिंधु बॉर्डर पर कथित तौर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।

संत राम सिंह की मौत से किसानों का आंदोलन और तेज हो गया है वहीं, कृषि कानूनों के खिलाफ किसान नेताओं ने केंद्र सरकार से जल्द उनकी मांगों को मानने का दबाव डाला जा रहा है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी संत राम सिंह की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि संत राम सिंह की मौत देश और राज्य के संत समाज को एक अपूरणीय क्षति है। सीएम खट्टर ने कहा कि संत राम सिंह को वास्तविक श्रद्धांजलि उनके द्वारा दिखाए गए मानव कल्याण के मार्ग पर चलना होगा।
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किसानों का दुख देख खुद को मार ली गोली
बता दें कि बाबा राम सिंह हरियाणा के करनाल के सिंगड़ा गांव के रहने वाले थे। किसान होने के साथ-साथ वो धार्मिक उपदेशक भी थे। जिस वजह से दुनियाभर में उनके लाखों अनुयायी हैं। किसान आंदोलन में बाबा शुरू से ही सक्रिय रहे। इस दौरान वो दिल्ली आए और वहां पर किसानों के लिए रहने-खाने की व्यवस्था की। जब ठंड से किसान परेशान हुए तो बाबा उनके पास कंबल लेकर पहुंचे। बेहद शांत रहने वाले बाबा राम सिंह का विवादों से कोई नाता नहीं था। धार्मिक उपदेशक के साथ ही वो सिख संगठनों में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभा चुके थे।