पाकिस्तान के फैसलों पर अमरिंदर बोले- बिना सोच-समझ कर उठाया गया कदम है
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर पर भारत के फैसले से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ सभी द्विपक्षीय व्यापारिक रिश्तों को भी तोड़ दिया है। पाकिस्तान की ओर से उठाए गए इन कदमों पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी के महासचिव राम माधव ने कहा कि, पाकिस्तान की इस मामले पर कोई अधिस्थिति नहीं है। भारतीय संसद ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के बारे में निर्णय लिया था, और यह एक आंतरिक मामला है। इस पर प्रतिक्रिया करने के लिए किसी अन्य राष्ट्र के पास अधिस्थिति नहीं है।
वहीं पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भारत के साथ राजनयिक संबंधों को कम करने के पाकिस्तान के फैसले पर चिंता व्यक्त की है। लेकिन उन्होंने उम्मीद जाहिर की है कि इस कदम से करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। अमरिंदर सिंह ने कहा कि, मुख्यमंत्री ने पाकिस्तान की इस प्रतिक्रिया को बेवजह करार दिया है। उन्होंने कहा कि इस कदम की कोई जरूरत नहीं थी। कश्मीर भारत का अंदरूनी मामला था और यह भारत का अधिकार है कि वह अपने क्षेत्र के बारे में फैसले ले।
पाकिस्तान को अड़े हाथों लेते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि, इस्लामाबाद को इसे भारत के साथ राजनयिक संबंधों को कम करने के लिए एक बहाने के रूप में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था। वहीं पाकिस्तान के इस फैसले पर पाकिस्तान में रहे पूर्व भारतीय उच्चायुक्त टीसीए राघवन ने कहा कि, भारत और पाकिस्तान के बीच दुर्भाग्य से व्यापार कभी भी बड़ी मात्रा में नहीं रहा है। उनके द्वारा उठाए गए कदम उनके राजनीतिक निर्वाचन क्षेत्रों को दिखाते हैं। किसी भी मामले में, राजनयिक संपर्क खत्म करना अच्छे संकेत नहीं हैं।
कांग्रेसी नेता सलमान खुर्शीद ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, इससे उन्हें क्या लाभ होगा? ये अदूरदर्शी फैसले हैं। इससे उनका ही नुकसान होगा। लेकिन अगर वे एक प्रतीकात्मक निर्णय लेना चाहते हैं, तो यह उनकी पसंद है। बता दें कि, जम्मू-कश्मीर से धारा 370 के हटाने और दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के फैसले से तिलमिलनाए पाकिस्तान ने भारत के साथ राजनयिक और व्यापारिक संबंधों को तोडऩे का फैसला लिया है। पाकिस्तान सरकार ने भारत के राजदूत को निकालने का फैसला लिया है। पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायुक्त को वापस जाने को कहा है।
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