राजनाथ से बोले मौलवी, 'पाक जिंदाबाद के नारे लगाने वालों से बातचीत आखिर क्यों'
नई दिल्ली। मौलवियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिलकर कश्मीर में अलगाववादी नेताओं से बातचीत के प्रयासों पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि हुर्रियत नेताओं और पाक जिंदाबाद के नारे लगाने वालों से बातचीत करने की जरूरत ही नहीं थी।
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कश्मीर समस्या को लेकर राजनाथ से मिले मौलवी
कश्मीर में जारी हिंसा की स्थिति को लेकर मौलवियों के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार की शाम को गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। मौलवियों ने कहा कि सर्वप्रतिनिधिमंडल के कुछ सदस्य कश्मीर में अलगाववादियों से मिलने के लिए चले गए, उनको ऐसा नहीं करना चाहिए था।
मौलवियों ने राजनाथ सिंह से कहा कि हुर्रियत के लोग पाक जिंदाबाद के नारे लगाते हैं, उनसे बातचीत क्यों होनी चाहिए।
अलगाववादियों ने किया था मिलने से इनकार
चार सितंबर को कश्मीर गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के कुछ सदस्य अलगाववादियों से मिलने चले गए थे। इन सदस्यों में सीपीएम के सीताराम येचुरी, सीपीआई के डी राजा, जदयू के शरद यादव, राजद के जयप्रकाश नारायण शामिल थे। अलगाववादियों ने इन नेताओं से मिलने से इनकार कर दिया था।
राजनाथ सिंह ने दी थी सफाई
अलगाववादियों से मुलाकात करने की कोशिशों पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सफाई देते हुए कहा था कि सर्वप्रतिनिधिमंडल के कुछ नेता हुर्रियत के नेताओं से मिलने गए थे, वह उनका व्यक्तिगत फैसला था। राजनाथ ने कहा कि इस मुलाकात के लिए उन्होंने हां या ना, कुछ भी नहीं किया था।
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