पश्चिम बंगाल: पहली कक्षा में पढ़ने वाली लड़कियों की जबरन लेगिंग उतरवाई गई, परिजन भड़के
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में एक मिशनरी स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं की जबरन लेगिंग उतरवाने का मामला सामने आया है। इसका बच्चियों के माता-पिता ने काफी विरोध किया है। उनका कहना है कि वह अपने बच्चों को ठंड से बचाने के लिए लेगिंग पहनाते हैं, ऐसे में स्कूल का ऐसा करना काफी गलत है। स्कूल बोलपुर में स्थित है, जहां का तापमान काफी कम रहता है।
घटना की माफी मांगने की बजाय स्कूल का कहना है कि कई बार माता-पिता को कहा गया था कि लेगिंग स्कूल ड्रेस कोड का हिस्सा नहीं है। वहीं कुछ अभिभावकों ने शिकायत की है कि उनके बच्चों ने लेगिंग के नीचे अंडरवियर नहीं पहना था और स्कूल ने उन्हें शर्मिंदा करने का काम किया है। स्कूल के खिलाफ शांतिनिकेतन पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करवाया गया है।
मामले पर बाल अधिकारों की रक्षा करने वाले संगठन की चेयरपर्सन अनन्या चक्रवर्ती का कहना है कि ये घटना दुखद है और मामले की जांच की जाएगी। स्कूल की अध्यापिका का कहना है, 'माता-पिता को पहले कई बार चेतावनी दी गई थी जब बच्चे ऐसे कपड़े पहन रहे थे, जो हमारे ड्रेस कोड में नहीं है। लेकिन बच्चों के कपड़े उतारने के जो आरोप लगाए गए, वह गलत हैं। मैं समझ नहीं पा रही हूं कि माता-पिता अभी भी क्यों विरोध कर रहे हैं।'
वहीं बोलपुर के पुलिस अधिकारी अभिषेक रॉय का कहना है कि उन्हें शिकायत मिली है। वह माता-पिता और अध्यापक दोनों से बात करेंगे। एक बच्ची के पिता का कहना है, 'मैं अपनी बच्ची को उसकी लेगिंग के बिना स्कूल से बाहर आते हुए देखकर चौंक गया। उसके पास अंडरवियर नहीं था। यह अपमानजनक है। हेड मिस्ट्रेस को इस्तीफा दे देना चाहिए।'
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