CJI रंजन गोगोई ने प्रशांत भूषण को दी नसीहत, कहा-सकारत्मक रहिए, दुनिया खूबसूरत दिखेगी
नई दिल्ली। लोकपाल बिल पर चल रही सुनवाई में वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने फटकार लगाई है। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने प्रशांत भूषण को नसीहत देते हुए कहा कि, हर एक पहलू को निगेटिव नजरिए से नहीं देखा करें। चीजों को सकारात्मक रूप से देखें, तब दुनिया एक बेहतर जगह दिखेगी। सीजेआई ने बेहद तल्ख अंदाज में भूषण से कहा कि ऐसा लगता है आप जजों से भी ज्यादा जानते हैं। कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई की तारीख 7 मार्च को तय की है।
गुरुवार को इस मामले में सुनवाई के दौरान, प्रशांत भूषण ने वर्किंग सर्च कमिटी पर जब संदेह जाहिर किया तो चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कुछ नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि, क्या ऐसा मानने का कोई कारण है कि सर्च कमेटी कुछ ऐसा करेगी जो आवश्यक नहीं है। चीजों को नकारात्मक नजरिए से मत देखिए। चीजों को सकारात्मक नजरिए से देखिए तब आपको दुनिया थोड़ी अच्छी दिखेगी। हम दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
इस पर प्रशांत भूषण ने फिर सवाल किया, लेकिन हम नहीं जानते कि क्या हो रहा है? तब रंजन गोगोई ने कहा कि, आप सब कुछ जानते हैं मिस्टर भूषण। कम से कम जजों से ज्यादा। एडवोकेट प्रशांत भूषण गैर सरकारी संगठन कॉमन कॉज की तरफ से पेश हुए थे। सुप्रीम कोर्ट ने वर्किंग सर्च कमिटी को लोकपाल और इसके सदस्यों के नाम फरवरी के आखिरी तक शॉर्टलिस्ट करने का निर्देश दिया। सिलेक्शन कमिटी के पास सदस्यों के पैनल का नाम भेजने का निर्देश सर्वोच्च अदालत ने दिया। सरकार को इसके लिए जरूरी सुविधाएं देने का भी आदेश जारी किया गया। कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई 7 मार्च को करेगा।
सर्च कमेटी के प्रमुख सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) रंजन प्रकाश देसाई हैं। मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने केंद्र को निर्देश दिया कि सर्च कमेटी को आवश्यक सुविधाएं और श्रम बल मुहैया कराया जाए ताकि वह अपना काम पूरा कर सके। पीठ में जस्टिस एलएन राव और जस्टिस एसके कौल भी शामिल थे। मामले की अगली सुनवाई सात मार्च को होगी।
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