CJI जे एस खेहर बोले-चुनावी वादे नहीं होते पूरे, राजनीतिक पार्टियों की जिम्मेदारी हो तय
देश के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जे एस खेहर ने सभी राजनीतिक पार्टियों को लताड़ लगाई है और उसकी असलियत सामने रख दी है।
नई दिल्ली। देश के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जे एस खेहर ने सभी राजनीतिक पार्टियों को लताड़ लगाई है और उसकी असलियत सामने रख दी है।
देश के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जे एस खेहर ने कहा कि चुनावों में किए गए वायदे पूरे नहीं किए जाते हैं और राजनीतिक पार्टियों का घोषणा पत्र सिर्फ कागज का एक पन्ना बनकर रह जाता है। अब समय आ गया है कि राजनीतिक पार्टियों की इसके लिए जिम्मेदारी तय होनी चाहिए और वादे न पूरे करने पर उनको जवाब देना चाहिए कि वादे पूरे क्यों नही हुए।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की मौजूदगी में उन्होंने कहा कि लोग चुनावी वादों को कुछ समय में भूल जाते हैं, इसलिए घोषणा पत्र राजनीतिक पार्टियों के लिए बस एक कागज का टुकड़ा बनकर रह जाता है। पर अगर चुनावी वादे पूरे नहीं होते हैं तो राजनीतिक पार्टियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा की वर्ष 2014 में चुनावों के दौरान राजनीतिक पार्टियों के घोषणा पत्र में ऐसे वायदे किए गए थे जिनका सामाजिक आर्थिक न्याय से कुछ भी लेना-देना नहीं है।
वहीं सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने कहा कि चुनावों में खरीद फरोख्त बंद होनी चाहिए और इसके लिए कोई भी जगह नहीं होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार को यह नहीं समझना चाहिए कि उसने चुनाव में निवेश किया है।