CJI पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला को सुप्रीम कोर्ट के पैनल ने भेजा नोटिस
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए जस्टिस एसए बोबडे की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय पैनल गठित की गई है। इस पैनल ने सीजेआई के खिलाफ आरोप लगाने वाली सुप्रीम कोर्ट की पूर्व महिला कर्मचारी को नोटिस जारी किया है। जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस रमन और इंदिरा बनर्जी वाले तीन सदस्यीय पैनल ने महिला को 26 अप्रैल को पेश होने को कहा है।
आरोप लगाने वाली महिला को नोटिस
इस मामले में शुक्रवार को पहली सुनवाई होगी और शीर्ष अदालत के जनरल सेक्रेटरी को भी सभी दस्तावेजों के साथ तैयार रहने के लिए कहा गया है। जस्टिस बोबडे ने बताया कि ये एक इन-हाउस सुनवाई होगी जिसमें किसी पक्ष के प्रतिनिधि के तौर पर उपस्थिति की जरूरत नहीं, ये सामान्य सुनवाई नहीं है।
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आगे की कार्रवाई जांच पर आधारित होगी- जस्टिस बोबडे
उन्होंने स्पष्ट किया कि इस जांच के पूरी होने की कोई निश्चित समय सीमा नहीं है और आगे की कार्रवाई जांच पर आधारित होगी। जांच की प्रक्रिया पूरी तरह से गोपनीय होंगे। बता दें कि सीजेआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली बेंच के महिला के आरोपों पर सुनवाई के बाद सवाल उठने लगे थे, जिसके बाद जस्टिस बोबडे के नेतृत्व में तीन सदस्यीय पैनल का गठन किया गया था।
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सीजेआई ने आरोपों को खारिज किया था
सीजेआई रंजन गोगोई ने कहा था कि ऑनलाइन मीडिया में कथित यौन उत्पीड़न के संबंध में लगाये गये आरोप बेबुनियाद हैं। सीजेआई ने कहा था कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता खतरे में है और न्यायपालिका को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है। वह महिला क्रिमिनल बैकग्राउंड की है। जबकि इस मामले में नया मोड़ तब आया था जब सुप्रीम कोर्ट के एक वकील ने दावा किया था कि पूरे मामले सीजेआई के खिलाफ साजिश रची गई है।