CJI बनने से पहले जस्टिस एसए बोबडे ने अयोध्या केस पर दिया बड़ा बयान
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के अगले मुख्य न्यायाधीश जस्टिस शरद अरविंद बोबडे होंगे। मौजूदा सीजेआई जस्टिस रंजन गोगोई अगले महीने सेवानिवृत्त हो रहे हैं, जिसके बाद 18 नवंबर को जस्टिस बोबडे सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश होंगे। सीजेआई का पद संभालने से पहले जस्टिस बोबडे ने अयोध्या विवाद केस को काफी अहम बताया है। उन्होंने कहा कि आज यह दुनिया के सबसे अहम केस में से एक है। एनडीटीवी को दिए अपने इंटरव्यू में जस्टिस बोबडे ने कहा कि अयोध्या विवाद का केस न्यायपालिका के इतिहास में सबसे अहम केस है।
जल्द आ सकता है फैसला
बता दें कि जस्टिस बोबडे सुप्रीम कोर्ट की उस पांच जजों की बेंच का हिस्सा हैं जिसने अयोध्या मामले की सुनवाई की है। 2010 में अयोध्या विवाद केस पर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया था, जिसके बाद कोर्ट के फैसले के खिलाफ कई याचिकाएं दायर की गई थी। इन तमाम याचिकाओं पर 40 दिनों तक सुनवाई चली। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट इस मसले पर अपना फैसला जल्द दे सकता है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की संवैधानिक पीठ ने 16 अक्टूबर को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
जस्टिस गोगोई ने की थी सिफारिश
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने केंद्र सरकार से सिफारिश की थी कि अगला सीजेआई शरद अरविंद बोबडे को बनाया जाए। वर्तमान में वह सुप्रीम कोर्ट में जज हैं। जस्टिस रंजन गोगोई 17 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पद से रिटायर हो रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि जस्टिस गोगोई अयोध्या विवाद मसले पर फैसला अपने रिटायरमेंट से पहले सुना देंगे।
दूसरे सबसे वरिष्ठ जज हैं बोबडे
बता दें कि शरद अरविंद बोबडे मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। उनका जन्म 24 अप्रैल, 1956 में नागपुर में हुआ था। उनका परिवार भी वकालत से जुड़ा रहा है। बोबडे के पिता अरविंद श्रीनिवास बोबडे महाराष्ट्र के एडवोकेट जनरल रह चुके हैं। शरद अरविंद बोबडे ने नागपुर विश्वविद्यालय से बीए और एलएलबी की पढ़ाई की है। वर्तमान में वह सुप्रीम कोर्ट के दूसरे वरिष्ठ जज हैं।
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