नागरिकता विधेयक: देशद्रोह का केस में साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता लेखक हिरेन गोहेन को मिली अतंरिम जमानत
नई दिल्ली। असम में नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ जारी प्रदर्शनों के बीच पुलिस ने गुरुवार को साहित्य अकादमी से सम्मानित लेखक हिरेन गोहेन, आरटीआई कार्यकर्ता अखिल गोगोई, वरिष्ठ पत्रकार मंजीत महंत खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया था। हालांकि शुक्रवार को इस मामले में गुवाहाटी हाईकोर्ट ने हिरेन गोहेन समेत अन्य लोगों को 5000 के निजी मुचलके पर अतंरिम जमानत दे दी है। इसके साथ ही कोर्ट ने पुलिस को 22 जनवरी तक केस डायरी दायर करने का भी निर्देश दिए हैं।
वहीं इस पूरे मामले पर हिरेन गोहेन का कहना है कि, 'पता लगा है कि मेरे खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है लेकिन अभी तक कोई नोटिस नहीं मिला है। मुझे नहीं लगता कि मैंने कभी कुछ ऐसा कहा जो देशद्रोह है। गुवाहाटी के पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए लातासिल पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 124 (ए), 120 (बी) समेत संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
बता दें कि, गोगोई चर्चित आरटीआई कार्यकर्ता और कृषक मुक्ति संग्राम समिति के प्रमुख हैं। महंत असम के एक अग्रणी अखबार के पूर्व कार्यकारी सम्पादक और स्तंभकार हैं। कृषक मुक्ति संग्राम समिति 70 सहयोगी संगठनों के साथ मिलकर असम में विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है।
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