नागरिकता विधेयक पर बोली रूपा गांगुली, बांग्लादेश से लौटे हिंदुओं का था बंगाल
कोलकाता। असम में एनआरसी का ड्राफ्ट जारी होने के बाद देश के अन्य राज्यों में भी नागरिकता को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही एनआरसी पर अपना कड़ा विरोध जता चुकी हैं। जबकि बीजेपी बंगाल में भी एनआरसी लागू किए जाने के पक्ष में दिखाई दे रही है। वहीं, पश्चिम बंगाल की बीजेपी महिला नेता रूपा गांगुली ने भी सिटिजनशिप बिल पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
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रूपा गांगुली ने कहा कि इस देश में हिंदू ही शरणार्थी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि विश्व के अलग-अलग हिस्सों से लोग भारत आए थे। बौद्ध शरणार्थी और जैन शरणार्थी भी अलग-अलग देशों से भारत आए थे। उन्होंने कहा कि जब बंटवारा हुआ था तब पाकिस्तान मुस्लिम देश बना था, बांग्लादेश भी मुस्लिमों का देश है। भारत का हिस्सा बंगाल, हिंदूओं के लिए था जो बांग्लादेश से लौटकर आए थे।
इसके पहले भी बीजेपी बांग्लादेशियों के बंगाल में अवैध रूप से रहने के मुद्दे को उठाती रही है और इसको लेकर ममता सरकार पर हमला बोलती रही है। पिछले दिनों बंगाल में रैली के दौरान बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने इस मुद्दे को उठाया था और कहा था कि बांग्लादेशी घुसपैठिए देश के लिए खतरा हैं और ये घुसपैठिए टीएमसी के वोटर हैं। उन्होंने ममता बनर्जी को चुनौती देते हुए कहा था कि उनके रोकने से एनआरसी नहीं रुकेगी।
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