लोकसभा में आज अमित शाह पेश करेंगे नागरिकता संशोधन बिल, विरोध में विपक्ष
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज लोकसभा में नागरिकता (संशोधन) विधेयक पेश करेंगे। पेश होने के बाद बिल पर चर्चा होगी और पारित कराया जाएगा। इसके लिए बीजेपी ने व्हिप जारी किया है। इस विधेयक के तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न के शिकार गैर मुस्लिम शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है। सोमवार को पेश होने जा रहे नागरिकता संशोधन विधेयक पर राजनीतिक खेमेबंदी की तस्वीर साफ हो गई है। एनडीए सरकार ने बिल को पारित कराने की तैयारी कर ली है। वहीं कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल इसका विरोध कर रहे हैं।
नागरिकता संशोधन बिल सोमवार को लोकसभा में पेश किया जाएगा। नागरिकता (संशोधन) विधेयक को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने स्वीकृति दे दी है. इसके ज़रिए पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता दी जा सकेगी। केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बीजेपी के सांसदों से कहा था कि यह विधेयक शीर्ष प्राथमिकता है, और उतना ही अहम है, जितना जम्मू एवं कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के लिए अनुच्छेद 370 को हटाने को लेकर लाया गया प्रस्ताव था।
बीजेपी ने अपने सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी किया है जो सोमवार से बुधवार तक के लिए है। सांसदों से दोनों सदनों में मौजूद रहने के लिए कहा गया है। लोकसभा में सोमवार को होने वाले कार्यों की सूची के मुताबिक गृह मंत्री दोपहर में विधेयक पेश करेंगे जिसमें छह दशक पुराने नागरिकता कानून में संशोधन की बात है और इसके बाद इस पर चर्चा होगी और इसे पारित कराया जाएगा।
इस विधेयक के कारण पूर्वोत्तर के राज्यों में व्यापक प्रदर्शन हो रहे हैं और काफी संख्या में लोग तथा संगठन विधेयक का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इससे असम समझौता 1985 के प्रावधान निरस्त हो जाएंगे जिसमें बिना धार्मिक भेदभाव के अवैध शरणार्थियों को वापस भेजे जाने की अंतिम तिथि 24 मार्च 1971 तय है। प्रभावशाली पूर्वोत्तर छात्र संगठन (नेसो) ने क्षेत्र में दस दिसम्बर को 11 घंटे के बंद का आह्वान किया है।
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