आतंकी हमले से सुरक्षा के लिए CISF ने की एके-47 से बचाने वाली बुलेटप्रूफ जैकेट की मांग!
सेंट्रल इंडस्ट्रीयल सिक्योरिटी फोर्स (सीआईएसएफ) ने मांग की है कि उसके पास वर्तमान समय में जो बुलेटप्रूफ जैकेट मौजूद है, उसे बदला जाए। सीआईएसएफ के मुताबिक ये जैकेट्स एके-47 की गोलियां झेलने में असमर्थ हैं।
नई दिल्ली। सेंट्रल इंडस्ट्रीयल सिक्योरिटी फोर्स (सीआईएसएफ) ने मांग की है कि उसके पास वर्तमान समय में जो बुलेटप्रूफ जैकेट मौजूद है, उसे बदला जाए। सीआईएसएफ के मुताबिक ये जैकेट्स एके-47 की गोलियां झेलने में असमर्थ हैं। सीआईएसएफ पर देश के एयरपोर्ट्स और मेट्रो स्टेशन समेत कई अहम ठिकानों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। सीआईएसएफ की मानें तो एके-47 अब आतंकियों की पहली पसंद बन गई है और इसलिए ही उसे इससे सुरक्षा देने वाली बुलेटप्रूफ जैकेट चाहिए।
आतंकियों की पहली पसंद है एके-47
सीआईएसएफ के मुताबिक आतंकी अगर हमला करते हैं और करीब से फायरिंग करते हैं, ऐसे में उनकी बुलेटप्रूफ जैकेट्स सुरक्षा देने में सक्षम नहीं है। सीआईएसएफ की क्षमता 25,000 से ज्यादा कर्मियों की है और यह वर्तमान समय में 98 में से 68 एयरपोर्ट्स को सुरक्षा प्रदान करती है। सीआईएसएफ की ओर से पिछले माह सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के पास इस मुद्दे को उठाया गया है। इंग्लिश डेली हिंदुस्तान टाइम्स ने एक अधिकारी के हवाले से इस बात की जानकारी दी है। सीआईएसएफ के पास अभी करीब 1,000 के आसपास जैकेट्स हैं और इसने 1,500 जैकेट्स की मांग की है।
साल 2011 में खरीदी गई थीं जैकेट्स
साल 2011 में सीआईएसएफ के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट्स खरीदी गई थीं। अगर आतंकी करीब से फायरिंग करें तो फिर गोली अंदर तक जा सकती है और किसी व्यक्ति को घायल कर सकती है। एक अधिकारी की ओर से कहा गया है कि गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि हर पांच वर्षों में इन्हें बदला जाना चाहिए। इस अधिकारी के मुताबिक नई जैकेट्स की वजह से मैनपावर को भी कम किया जा सकता है। अधिकारियों के मुताबिक कई एयरपोर्ट्स पर इस समय हाई अलर्ट की स्थिति है और ऐसे में किसी भी आतंकी हमले के समय ये जैकेट्स काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकती हैं। सीआईएसएफ ने उन सामानों की लिस्ट तैयार की है जिसकी जरूरत उसे अगले पांच वर्षों में पड़ने वाली है।