LAC पर चीन के अतिक्रमण का हुआ इजाफा, सीमा पर बढ़ने के आसार- रिपोर्ट
नई दिल्ली। भारत की उत्तर-पूर्वी सीमा पर चीन की तरफ से पिछले साल अतिक्रमण लगातार बढ़ा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर चीन की पीपुल्स आर्मी की गतिविधियों में तेजी देखी गई है। सिक्किम-भूटान बॉर्डर पर सिर्फ डोकलाम ही नहीं, बल्कि अरुणाचल प्रदेश तक चीनी सेना का अतिक्रमण बढ़ा है। पिछले साल जुलाई में डोकलाम क्षेत्र पर भारत और चीन की सेनाएं करीब 75 दिनों तक एक-दूसरे के सामने खड़ी रही थी, जो अब तक का सबसे लंबा गतिरोध माना जा रहा है। वहीं, हाल ही में भारत के पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर भी चीनी सेना की घुसपैठ को देखा गया है।
2017 में एलएसी चीन ने 415 बार अतिक्रमण किया
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पिछले साल लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर चीन की सेना का 48 प्रतिशत अतिक्रमण बढ़ा है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, 2017 में एलएसी पर चीन की सेना ने 415 बार भारत की ओर अतिक्रमण किया है। वहीं, 2016 में 271 बार चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने एलएसी पर अतिक्रमण करने की कोशिश की थी। इसके अलावा 2016 की तुलना में पिछले साल दोनों देशों की सेनाओं का सामना 216 बार हुआ। वहीं 2016 में 146 बार भारत और चीन की सेनाओं की भिड़ंत हुई थी।
23 क्षेत्रों पर सबसे ज्यादा विवाद
रिपोर्ट की माने तो सीमा पर 23 बड़े क्षेत्रो में सबसे ज्यादा विवाद देखने को मिला था। इनमें लद्दाख में देमोचोक, चुमार, पांगोंग त्सो और स्पांगगुर गैप, हिमाचल प्रदेश के कौरिक, उत्तराखंड में बारहोती, और अरुणाचल प्रदेश में नमखा चू, सुमदोरोंग चू, आसाफिला और दिबांग घाटी शामिल हैं।
दोनों देशो के बीच तनाव बढ़ने के आसार
रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल विनोद भाटिया ने कहा कि अगर 2016 की तुलना में पिछले साल गतिरोध बढ़ा है, तो इससे स्पष्ट होता है कि चीन ने एलएसी पर गश्त को बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि सीमा पर अतिक्रमण में तेजी आने से भविष्य में शांति और यथास्थिति को बनाए रखने में बहुत दिक्कतें आएगी।