12 हजार से कम दाम वाले चीनी फोन्स की बिक्री रहेगी जारी, अभी सरकार के पास बैन करने का प्लान नहीं
नई दिल्ली, 11 अगस्त: क्या भारत सरकार चीनी मोबाइल कंपनियों को बैन करने जा रही है? काफी लंबे वक्त से ये सवाल देश की जनता के मन में है, लेकिन इस पर पूरी तरह से स्थिति साफ नहीं हो पा रही। अब मामले में एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि अभी चीनी कंपनियों को स्मार्टफोन बाजार से प्रतिबंधित करने की कोई योजना भारत सरकार ने नहीं बनाई है।
दरअसल हाल ही में खबर आई थी कि भारत में 12 हजार से कम दाम वाले चीनी फोन बैन कर दिए जाएंगे। इससे शाओमी और रियलमी जैसी कंपनियों को झटका लगेगा। इस मामले में एक सरकारी सूत्र ने कहा कि अभी इस तरह का कोई भी प्रपोजल इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के पास विचाराधीन नहीं है। काउंटरपॉइंट रिसर्च के आंकड़ों के मुताबिक जून में खत्म तिमाही तक चीनी कंपनियों Xiaomi, Realme, Oppo और Vivo आदि ने भारतीय स्मार्टफोन बाजार के 63% हिस्से पर कब्जा कर लिया है।
फोन इंडस्ट्री के जानकारों के मुताबिक सरकार को भारतीय बाजार में लावा, माइक्रोमैक्स, कार्बन और इंटेक्स जैसे स्थानीय खिलाड़ियों की घटती हिस्सेदारी के बारे में बताया गया है। जिसमें उद्योग 'इंडियन चैंपियंस' बनाने के लिए नीतिगत उपायों और समर्थन की मांग कर रहा है। हालांकि इनमें से कई कंपनियों के पास ना तो निर्माण का पैमाना है और ना ही मार्केटिंग में वो अपने चीनी समकक्षों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकती हैं।
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मामले में एक अन्य एक्सपर्ट ने कहा कि एक साथ चीनी कंपनियों पर बैन लगाने की संभावना कम है, क्योंकि इससे मार्केट में उथल-पुथल हो जाएगी। इसके अलावा भारतीय कंपनियों रातों-रात चीनी मार्केट को टेकओवर नहीं कर सकती हैं।
बॉयकॉट
की
कई
मुहिम
फेल
आपको
बता
दें
कि
भारत
में
चीनी
प्रोडक्ट्स
के
बॉयकॉट
की
कई
मुहिम
चल
चुकी
है,
लेकिन
सब
फेल
रहीं।
जब
गलवान
घाटी
में
चीनियों
के
साथ
भारतीय
सेना
की
झड़प
हुई
थी,
तो
भी
बड़े
पैमाने
पर
बॉयकॉट
की
मुहिम
चलाई
गई
थी,
लेकिन
चीनी
कंपनियां
भारतीय
बाजार
पर
कब्जा
करती
चली
गईं।