India-China: लद्दाख में आखिरकार फिंगर एरिया से पीछे हट रहे हैं चीन के सैनिक
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर भारत और चीन की सेना का पीछे हटना जारी है। सेना सूत्रों की तरफ से बताया गया है कि पेट्रोलिंग प्वाइंट (पीपी) 15 के अलावा पीपी 14 और पीपी-17 पर डिसइंगेजमेंट प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया है। इसके अलावा लद्दाख के फिंगर एरिया से भी अब पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के जवान पीछे हटने लगे हैं।
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तैयार होंगे चार किमी के दायरे में बफर जोन
बुधवार को जो जानकारी आई थी उसके मुताबिक पीपी 15 यानी गोगरा पोस्ट पर डिसइंगेजमेंट की प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया है। जवान करीब दो किलोमीटर तक पीछे चले गए हैं। सूत्रों की ओर से यह जानकारी भी दी गई है कि गोगरा पोस्ट, हॉट स्प्रिंग्स और लद्दाख में बफर जोन तैयार किए जा रहे हैं। पीपी 14 गलवान घाटी का वही प्वाइंट है जहां पर 15 जून को भारत और चीन की सेना के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी समेत उन तमाम प्वाइंट्स से चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के जवानों का लौटना जारी है। हॉट स्प्रिंग्स एरिया और गोगरा पोस्ट पर दोनों सेनाएं करीब चार किलोमीटर तक का बफर जोन तैयार कर रही हैं। इस बफर जोन को 24 घंटे की समय सीमा के अंदर तैयार किया जाएगा। पूर्वी लद्दाख की पैंगोंग झील पर पांच मई को जो टकराव हुआ था उसमें सैनिकों के बीच मारपीट में कुछ जवान भी घायल हो गए थे। चीन की सेना फिंगर 4 पर मौजूद है और कहा गया था कि चीन इस हिस्से की यथास्थिति बदलने की कोशिश कर रहा है। भारत फिंगर 8 तक अपनी सीमा का दावा करता है। लेकिन पांच मई को टकराव के बाद पीएलए के जवान फिंगर 4 तक आ गए और और वो भारतीय जवानों को आगे नहीं जाने दे रहे थे।