हम डोकलाम जैसी टेंशन और नहीं झेल सकते- चीन
नई दिल्ली। पिछले साल करीब 75 दिनों तक चले डोकलाम जैसी परिस्थितियां फिर से खड़ी हो ना इसके लिए चीन ने कहा कि सीमा पर शांति जरूरी है। भारत में चीनी राजदूत लुओ झाओहुई ने कहा है कि हम एक और डोकलाम जैसी घटना को नहीं झेल सकते हैं। झाओहुई ने कहा कि इस प्रकार के विवादों के लिए आपस में मिलकर विवाद को सुलझाने की जरूरत है। झाओहुई नई दिल्ली में 'बियोंड वुहान' कार्यक्रम के दौरान यह बात कही।
मतभेदों को नियंत्रित करने की जरूरत
झाओहुई ने कहा, 'हमें आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए मतभेदों को नियंत्रित और कम करने की जरूरत है। बॉर्डर से जुड़े सवाल इतिहास में पीछे छूट गए हैं। हमें दोनों तरफ के विवादों को खत्म करने के लिए विशेष प्रतिनिधियों की बैठक के माध्यम से और पारस्परिक स्वीकार्य समाधान खोजने की जरूरत है।' भारत और चीन के सैनिकों के बीच पिछले साल सिक्किम के पास डोकलाम इलाके में तनातनी हुई थी और 73 दिनों तक गतिरोध बना रहा था।
भारत, चीन और पाकिस्तान के बीच त्रिपक्षीय शिखर वार्ता
झाओहुई ने कहा, 'कुछ भारतीय दोस्तों ने सुझाव कि भारत, चीन और पाकिस्तान के बीच त्रिपक्षीय शिखर वार्ता हो सकती है। झाओहुई ने कहा कि अगर चीन, रूस और मंगोलिया के बीच शिखर वार्ता हो सकती है, तो क्या वजह है भारत, चीन और पाकिस्तान के बीच मीटिंग नहीं हो सकती।' बता दें कि पिछले माह एससीओ की मीटिंग में भारत और पाकिस्तान ने भी पहली बार हिस्सा लिया था। भारत और पाकिस्तान एससीओ ग्रुप में नए सदस्य है।
भारत-चीन ट्रेड टार्गेट 100 बिलियन डॉलर तक
भारत और चीन के बीच तेजी से बढ़ते ट्रेड को लेकर झाओहुई ने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार लक्ष्य 2022 तक 100 बिलियन डॉलर तक रखा गया है। झाओहुई ने कहा कि भारत के साथ व्यापार अस्थिरता को कम करने के लिए अब चीन और ज्यादा चीनी, गैर-बासमती चावल और हाई क्वालिटी की दवाइयां खरीदेगा। चीन के किंगदाओ में एससीओ समिट के दौरान भारत और चीन के बीच कई मुद्दों पर द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए थे।