अरुणाचल प्रदेश से लापता 5 भारतीय नागरिकों को कल लौटा सकता है चीन: किरेन रिजिजू
अरुणाचल प्रदेश से लापता 5 भारतीय नागरिकों को कल लौटा सकता है चीन:किरेन रिजिजू
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) उन 5 युवाओं को सौंप देगी, जो शनिवार को अरुणाचल प्रदेश से लापता हो गए थे। मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि चीनी पीएलए ने भारतीय सेना को अरुणाचल प्रदेश के युवाओं को हमें सौंपने की पुष्टि की है। सौंपे जाने वाले 5 भारतीयों को निर्धारित स्थान पर कल लाए जाने के बाद हमें सौंपा जाएगा।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू ने मंगलवार को ट्वीट कर बताया था कि, चीनी सेना ने भारतीय सेना द्वारा भेजे गए हॉटलाइन मैसेज का जवाब दिया। उन्होंने पुष्टि की है कि अरुणाचल प्रदेश से लापता 5 लोग उनकी तरफ मिले हैं। उन लोगों को हमारे अधिकारियों को सौंपने के तरीकों पर काम चल रहा है।
वहीं आज शुक्रवार को रिजिजू ने एक ट्वीट में कहा, "चीनी पीएलए ने भारतीय सेना को अरुणाचल प्रदेश के युवकों को हमारे पक्ष में सौंपने की पुष्टि की है। सौंपने की संभावना कल यानि 12 सितंबर, 2020 को है।" इससे पहले शनिवार को, अरुणाचल प्रदेश के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा था कि पुलिस ने रिपोर्ट्स के बाद जांच शुरू की थी कि चीन-भारत सीमा पर ऊपरी सुबनसिरी जिले में एक जंगल में शिकार करने गए पांच लोगों को कथित तौर पर चीनी द्वारा अपहरण कर लिया गया था।
घटना जिले के नाचो इलाके में पिछले शुक्रवार की है। दो अन्य लोग भी इनके समूह में थे, वो भागने में सफल रहे और पुलिस को सूचित किया। कथित तौर पर अपहृत किए गए लोगों की पहचान टोच सिंगकम, प्रसाद रिंगलिंग, डोंगटू इबिया, तनु बेकर और नारगु डिरी के रूप में की गई है। ये सभी टैगिन समुदाय के हैं। बता दें कि अरुणाचल प्रदेश के 5 युवकों की अपहरण की जांच के लिए एक पुलिस टीम को मैकमोहन लाइन से सटे सीमावर्ती क्षेत्र में भेजा गया है। यह लाइन अपर सुबनसिरी जिले को तिब्बत से अलग करती है। पहले अशंका जताई जा रही थी चीन ने इन युवकों को अगवा कर लिया है।
भारत-चीन सीमा विवाद पर बातचीत पर बोले राहुल गांधी, इन सब बातों से काम नहीं चलेगा