चीन की जीडीपी ग्रोथ 6 फीसदी पर पहुंची, 27 साल में सबसे निचले स्तर पर
नई दिल्ली। चीन की जीडीपी ग्रोथ मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही यानी जुलाई से सितंबर में 6 फीसदी रही है। चीन की विकास दर में गिरावट देखने को मिली है क्योंकि दूसरी तिमाही के दौरान जीडीपी ग्रोथ 6.2 फीसदी थी। ऐसा करीब तीन दशक बाद हुआ है जब चीन की विकास दर 6 प्रतिशक पर लुढकी हो। 1992 के बाद से लगातार चीन की विकास दर इससे ज्यादा रही है। चीन के अमेरिका के साथ ट्रेड वॉर को उसकी जीडीपी में सुस्ती की एक बड़ी वजह माना जा रहा है।
चीन की अप्रैल-जून तिमाही में विकास दर 6.2 फीसदी थी और जुलाई-सितंबर में इसके 6.1 फीसदी रहने का अनुमान जाहिर किया था। विकास दर इससे पीछे रही। 2018 में इस तिमाही में चीन की विकास दर 6.6 फीसदी थी। बताया गया है कि चीनी उत्पादों की मांग विदेशों में घटी है। चीन के निर्यात में गिरावट सितंबर में तेज हुई है, आयात में लगातार पांचवें महीने कमी देखी गई है। वहीं चीन और अमेरिका के ट्रेड वॉर के चलते उत्पादन कम हुआ है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष कह चुका है कि अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर के चलते 2019 में वैश्विक विकास दर 2008-09 में आई आर्थिक मंदी के बाद सबसे धीमी रफ्तार से चलेगी।
चीन में लगातार 15वें महीने ऑटोमोबाइल सेल, शिपमेंट और मनोरंजन पर होने वाले खर्च कमी आई है। जीडीपी आंकडों को लेकर शुक्रवार को चीन के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के प्रवक्ता माओ शेंग्यॉन्ग ने कहा है कि देश घरेलू और वैश्विक स्तरों पर चुनौती का सामना कर रहा है। इसके बावजूद चीन की अर्थव्यवस्था में स्थिरता है और किसी फिक्र के जैसी कोई बात नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट ने पी चिदंबरम की जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा