डोकलाम के बाद अब अरुणाचल के टाटू में चीन की सेना ने तैयार कर डाले टॉवर्स और कैंप्स
डोकलाम विवाद के बाद भी चीन, भारत को उकसाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा है। अरुणाचल प्रदेश के किबिथू से नई तस्वीरें सामने आई हैं और इन तस्वीरों से पता लगता है कि कैसे चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) ने अरुणाचल के टाटू में चीनी सेना के लिए कैंप्स के अलावा घर और टावर तैयार हो गए हैं।
नई दिल्ली। डोकलाम विवाद के बाद भी चीन, भारत को उकसाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा है। अरुणाचल प्रदेश के किबिथू से नई तस्वीरें सामने आई हैं और इन तस्वीरों से पता लगता है कि कैसे चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) ने अरुणाचल के टाटू में जो कि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर है, चीनी सेना के लिए कैंप्स के अलावा घर और टेलीकम्यूनिकेशन टावर तैयार हो गए हैं। टाटू में चीनी टेलीकम्यूनिकेशन टॉवर और एक ऑब्जर्वेशन पोस्ट को चीनी सेना की ओर से तैयार किया गया है। न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से यह जानकारी दी गई है।
भारत के राजदूत ने दी थी चेतावनी
टेलीकम्यूनिकेशन टॉवर्स, आर्मी कैंप्स और घरों का निर्माण चीन मे भारत के राजदूत गौतम बंबावले के उस बयान के बाद हुआ है जिसमें उन्होंने कहा था कि डोकलाम में चीन ने फिर से ट्रूप्स तैनात कर दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा था डोकलाम पर यथास्थिति में कोई भी परिवर्तन नहीं होना चाहिए। अभी तक भारत की ओर से इस पर कोई भी बयान नहीं आया है। गौतम बंबावले ने हांगकांग के साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट को दिए इंटरव्यू में कहा था भारत-चीन सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए कुछ बेहद संवेदनशील इलाके हैं जहां यथास्थिति नहीं बदली जानी चाहिए।
यदि कोई उसे बदलने की कोशिश करता है तो इससे फिर से डोकलाम जैसे हालात पैदा हो जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने चीन को चेतावनी देते हुए कहा था कि चीन को यहां की यथास्थिति को बदलने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। बंबावले ने पिछले वर्ष जून में शुरू डोकलाम विवाद के लिए सीधे तौर पर चीन को जिम्मेदार बताया था। आपको बता दें कि दोनों देशों के बीच करीब 73 दिनों तक यह विवाद चला था और अगस्त में जाकर खत्म हुआ था। उसके बाद से भारत और चीन के बीच सीमा विवाद पर 20 राउंड की वार्ता हो चुकी है।