Chandrayaan-2: पीएम मोदी के संग बच्चे देखेंगे चंद्रयान -2 की चांद पर लैडिंग, कौन हैं ये बच्चे
बेंगलुर। सात सितंबर के दिन जब पूरी दुनिया की निगाह भारत के चंद्रयान-2 पर होगी। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ही नहीं प्रत्येक भारतवासी के लिए यह तारीख बहुत खास है। जब भारत विज्ञान के क्षेत्र में चंद्रयान 2 के वैज्ञानिकों की निगाहें टिकी हुई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संग बेंगलुरु स्थित इसरो के नियंत्रण कक्ष में स्कूली बच्चे भी इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनेंगे।
बता दें इसरो के बेंगलुरु सेंटर में चंद्रयान-2 का सात सितंबर को लाइव टेलिकास्ट का कार्यक्रम रखा गया है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष रूप से मौजूद रहेंगे। इसके लिए इसरो ने भारत सरकार के साथ मिलकर एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता शुरू की थी।
भारत सरकार की MyGov.in साइट पर ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में देश भर के क्लास दो से आठवीं तक के बच्चे भाग ले रहे हैं। प्रश्नोत्तरी के माध्यम से हर राज्य के टॉप-2 बच्चों को इसरो में जाकर पीएम मोदी के साथ चंद्रयान-2 की चंद्रमा पर लैंडिंग का सीधा प्रसारण देखने का मौका दिया गया है। बच्चों में इसरो के अंतरिक्ष कार्यक्रम में रुचि बढ़ाने के लिए यह प्रश्नोत्तरी शुरू की गई है।
इसमें अंतरिक्ष विज्ञान सहित चंद्रयान-2 से संबंधित प्रश्न पूछे जा रहे हैं । इस प्रश्नोत्तरी में अधिक से अधिक बच्चें भाग ले सकें, इसके लिए सभी प्रदेशों के उच्च शिक्षा उप निदेशकों के माध्यम से स्कूल प्रधानाचार्यों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। बच्चे वेबसाइट पर जाकर स्वयं प्रश्नोत्तरी में भाग ले रहे हैं। इसमें चयनित छात्र और छात्राएं इस ऐतिहासिक पल को देखने के लिए बहुत उत्साहित हैं। साथ ही वह इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलेगे, जिसने उनकी खुशी को और चार गुना बढ़ा दिया है।
उत्साहित है रांची की छात्रा मृदुला
प्रतियोगिता में सफल हुई रांची के धुर्वा की रहने वाली मृदुला कुमारी को इसरो जाकर प्रधानमंत्री के साथ चंद्रयान की लैंडिग देखने का मौका मिल रहा है। मृदुला धुर्वा के संत थॉमस स्कूल की नौवीं कक्षा की छात्रा है। उनके पिता अंशुमाली तिवारी ज्योतिष हैं। इनकी मां हंसमनी देवी है। मृदुला पांच पांच भाई बहनों में सबसे छोटी है। मृदुला ने माई गवर्नमेंट की साइट पर एक क्विज में 18 अगस्त को भाग लिया था। इस प्रतियोगिता में 10 मिनट में 20 प्रश्नों के उत्तर देने थे। उन्होंने बताया कि इस बारे में बुधवार की शाम उनके पास दिल्ली से इस बारे में फोन आया था। मृदुला ने बताया कि वो शाम के इस खबर को सुनने के बाद से काफी खुश है। प्रधानमंत्री के साथ चंद्रयान की लैडिंग देखना मेरे लिए काफी गर्व की बात है। उसने अपने दोस्तों को भी इस बारे में फोन पर बताया। मृदुला ने बताया कि वो आगे चलकर डॉक्टर बनना चाहती है। इसके लिए वो अभी से दिल लगाकर पढ़ाई कर रही है। मृदुला ने कहा कि उसने कभी सोचा भी नहीं था कि वो कभी प्रधानमंत्री से मिल पाएगी।
मानोग्य एस्ट्रोनॉट बनना चाहते हैं
दिल्ली कैंट स्थित केंद्रीय विद्यालय के छात्र मानोग्य भारत सरकार से इस बावत उन्हें आमंत्रण मिल है। मानोग्य को अब उस ऐतिहासिक पल का बेसब्री से इंतजार है, जब चांद की सतह को चंद्रयान मिशन-2 चूमेगा। नौवीं कक्षा में पढ़ने वाले मानोग्य ने बताया कि उन्हें स्पेस में काफी रुचि है। पिछले दिनों भारत सरकार की ओर से हर स्कूल में स्पेस क्विज का आयोजन किया गया था। इसमें उन्होंने भी भाग लिया था।
मानोग्य ने बताया कि पूरे देश में करीब दस दिनों तक इसका आयोजन हुआ। बुधवार को उन्हें क्विज प्रतियोगिता में दिल्ली में प्रथम आने की जानकारी मिली। इसके बाद भारत सरकार से इस पल का गवाह बनने के लिए आमंत्रण मिला।
मानोग्य ने कहा कि आज का दिन उनके लिए सबसे बड़ा दिन है।'मैं अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उस क्षण को जी सकूंगा, जिसका इंतजार पूरे देश को है।'उन्हें बचपन से ही स्पेस के बारे में जानने की इच्छा रही। आगे चलकर वह एस्ट्रोनॉट बनना चाहते हैं, और यह उनकी पहली सीढ़ी है। एयरफोर्स में कार्यरत मानोग्य के पिता विनोद कुमार सिंह ने बताया कि बेटे की उपलब्धि से वह व पत्नी अनीता सिंह काफी खुश हैं। अनीता ने कहा कि बेटे की सफलता के बाद अब उन्हें उस दिन का बेसब्री से इंतजार है, जब मानोग्य प्रधानमंत्री के साथ चंद्रयान-2 की सफलता को देखेगा।