नेटवर्क न होने से बच्चों को पेड़ पर चढ़कर करनी पड़ती थी पढ़ाई, सोनू सूद ने गांव में लगवा दिया मोबाइल टॉवर
पेड़ पर चढ़कर पढ़ते थे बच्चे, सोनू सूद ने लगवाया मोबाइल टॉवर
नई दिल्ली। बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद का नेकी का काम जारी है, कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में जरूरतमंद और गरीबों की मदद करने वाले सोनू आज भी अपनी दरियादिली को लेकर सुर्खियों में हैं। हाल ही में एक्टर सोनू सूद ने छोटे-छोटे बच्चों की पढ़ाई के लिए जो किया उस वजह से लोग उनकी खूब तारीफ कर रहे हैं। दरअसल, कोरोना काल में ऑनलाइन क्लास लेने में बच्चों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था, ऐसे में सोनू सूद ने उनकी समस्या का समाधान किया।
पेड़ पर चढ़कर पढ़ाई करते थे बच्चे
जैसा की हम सभी जानते हैं कोरोना वायरस महामारी के चलते देशभर में स्कूल-कॉलेज बंद हैं और छात्रों की पढ़ाई ऑनलाइन क्लास के माध्यम से कराई जा रही है। हरियाणा के पंचकुला से लगभग 15 किमी दूर स्थित दापना गांव में रहने वाले बच्चों को भी ऑनलाइन क्लास के माध्मय से पढ़ाया जा रहा था, लेकिन गांव में खराब नेटवर्क की वजह से उन्हें अपनी पढ़ाई पूरी करने में दिक्कत आ रही थी।
मोबाइल टॉवर नहीं होने से आ रही थी पढ़ाई में दिक्कत
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गांव में एक भी मोबाइल टॉवर नहीं होने की वजह से बच्चों को नेटवर्क पाने के लिए पेड़ों पर चढ़कर पढ़ना पड़ता था। जब इस बात का पता सोनू सूद को चला तो उन्होंने बिना देर किए गांव में एक मोबाइल टॉवर लगाकर इन बच्चों की इस समस्या को पूरी तरह से दूर कर दिया। बताया जा रहा है कि बच्चों को पेढ़ पर चढ़कर पढ़ाई करने की एक तस्वीर सोनू सूद ने सोशल मीडिया पर देखी थी।
सोनू सूद के प्रयास से गांव में खड़ा हुआ मोबाइल टॉवर
उसके बाद उन्होंने जब इस जगह और बच्चों की परशानी के बारे में पता किया तो वह खुद को उनकी मदद करने से रोक न सके। इस काम में सोनू सूद के एक दोस्त ने उनकी मदद की। सोनू सूद के प्रयास से शनिवार को गांव में मोबाइल टॉवर का काम पूरा हो गया, जिसके बाद गांव वालों में भी खुशी की लहर है। मोबाइल टॉवर को लेकर बच्चों में भी काफी उत्साह देखने को मिला है।
बच्चों से की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात
इतना ही नहीं टॉवर लगने के बाद सोनू सूद ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बच्चों और गांव के दूसरे सदस्यों से मुलाकात भी की। उन्होंने बच्चों को भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं। बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब सोनू सूद ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। लॉकडाउन के दौरान हजारों प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाकर सोनू सूद रील हीरो से रियल हीरो बन गए हैं। सोनू सूद द्वारा किए गए नेक कामों को देखते हुए उन्हें यूएन के प्रतिष्ठित अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है।
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