CM सर्बानंद सोनोवाल बोले- डरें नहीं, असम में CAA के जरिए कोई बांग्लादेशी प्रवेश नहीं कर सकेगा
गुवाहाटी। नागरिकता संशोधन एक्ट का विरोध भारत के उत्तरपूर्वी राज्यों से शुरू हुआ और अब पूरे देश में फैल चुका है। गुरुवार को दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात समेत कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन की ताजा घाटनाएं सामने आई। हालांकि असम में हालात काबू में हैं और पिछले कुछ दिनों से वहां प्रदर्शन की कोई घटना नहीं हुई है। इसी बीच असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि असम की जनता को सीएए से डरने की जरूरत नहीं है।
शुक्रवार को असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को कहा कि नागरिकता कानून बाग्लादेश से आने वाले लोगों को बढ़ावा नहीं देगा लेकिन जो पहले से ही धार्मिक प्रताड़ना के चलते पड़ोसी देश से भाग कर असम में आए हैं वह भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन कर सकते हैं। सीएम ने कहा कि राज्य में जो इस बात से डरे हुए हैं कि कानून से उनकी पहचान को खतरा है और असम की जनसंख्या में बढ़ोतरी होगी उन्हें मैं बता दूं कि सीएए के जरिए कोई भी बांग्लादेशी असम में प्रवेश नहीं कर सकता।
कोई
नहीं
छीन
सकता
आपके
अधिकार
असम
के
मुख्यमंत्री
सर्वानंद
सोनोवाल
का
कहना
कि
मैं
लोगों
को
सुनिश्चित
करना
चाहता
हूं
कि
असम
के
लोगों
का
अधिकार
कोई
नहीं
छीन
सकता।
हमारी
पहचान
और
भाषा
को
कोई
खतरा
नहीं
है।
भाजपा
के
विधायकों
ने
सोनोवाल
से
गुरुवार
को
मुलाकात
भी
की
थी।
इस
बीच
इन
विधायकों
ने
मुख्यमंत्री
से
लोगों
के
बीच
भय
और
संदेहों
को
दूर
करने
के
लिए
तत्काल
कदम
उठाने
का
अनुरोध
किया।
मुख्यमंत्री
ने
कहा,
किसी
भी
तरीके
से
असम
के
सम्मान
को
नुकसान
नहीं
पहुंचेगा।
हमारे
पास
हमेशा
लोगों
का
समर्थन
रहेगा
और
राज्य
में
शांति
के
साथ
आगे
बढ़ेंगे।