ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का 75वां जन्मदिन, पिछले 20 साल से ऐसे जीत रहे हैं लोगों का दिल
भुवनेश्वर। आज ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का 75वां जन्मदिन है। लेकिन वह कोरोना वायरस के कारण अपना जन्मदिन नहीं माएंगे। इससे पहले मार्च महीने में ही उन्हें राज्य का मुख्यमंत्री बने 20 साल हुए हैं। नवीन पटनायक राज्य के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले मुख्यमंत्री हैं। हालांकि उनके पिता बीजू पटनायक को इस बात का कतई अंदाजा नहीं था कि उनके परिवार का कोई सदस्य कभी राजनीति में भी कदम रखेगा। लेकिन 1997 में उनके निधन के बाद उन्हीं की पार्टी (उस समय जनता दल) के एक नेता ने नवीन पटनायक को उनके पिता बीजू पटनायक की लोकसभा सीट से उपचुनाव लड़ने को कहा।
1997 में बीजू जनता दल का गठन किया
बीजू पटनायक की मौत के आठ महीने बाद नवीन पटनायक ने 26 दिसंबर 1997 को क्षेत्रीय पार्टी बीजू जनता दल का गठन किया। इसके बाद हुए चुनाव में बीजेडी ने पहली बार जीत हासिल की। साल 2000 के विधानसभा चुनाव में पहली बार ओडिशा में बीजेडी और बीजेपी के बीच गठबंधन हुआ था। इस चुनाव के बाद नवीन पटनायक राज्य के मुख्यमंत्री बने। लेकिन साल 2009 के बाद से बीजेडी ने सारे चुनाव अकेले लड़े हैं और शानदार प्रदर्शन भी किया है। नवीन पटनायक को एक ईमानदार कार्यकर्ता और समाज सुधारक माना जाता है।
नागरिक केंद्रित शासन पर अधिक ध्यान
पटनायक सरकार ने फरवरी में केंद्र सरकार से 2021 जनगणना को सामाजिक-आर्थिक पिछड़े वर्ग (एसईबीसी) और जाति आधारित करने की बात कही थी। इसे लेकर एक प्रस्ताव भी पास किया गया था। पटनायक का ध्यान नागरिक केंद्रित शासन पर रहता है। इसके तहत 5T- टेकनोलॉजी, ट्रांसपिरेंसी, टीमवर्क, टाइम और ट्रांसफोर्मेशन पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री खुद और उनके अधिकरी भी आम लोगों को फोन करते हैं। इस दौरान लोगों से पूछा जाता है कि उन्हें सरकारी सेवाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं। पटनायक ने अपने निजी सचिव वी के पांडियन को सचिव के रूप में नियुक्त किया है और वह सरकार के मेडिकल कॉलेजों जैसे विभिन्न स्थानों का दौरा करते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सरकारी योजनाएं लागू हो सकें।
कई चक्रवाती तूफानों का किया सामना
पटनायक की छवी लोगों की नजर में काफी अच्छी है और वह भ्रष्टाचार से लड़ने पर जोर देते हैं। हालांकि उनकी पार्टी का एक पूर्व विधायक हाल ही में अनुपातहीन संपत्ति मामले में कालाहांडी से गिरफ्तार हुआ था। सरकार ने भी कई दागी अधिकारियों को इस्तीफा देने को कहा और उनकी पेंशन रोक दी गई। पटनायक ने 2000 में पदभार संभालने के दौरान सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक सुपर साइक्लोन का सामना किया था। जिससे हजारों लोगों की मौत हुई थी और काफी नुकसान भी हुआ था। ओडिशा 2019 में चक्रवात फानी सहित कई चक्रवातों की चपेट में आ चुका है। हर बार स्थिति सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण साबित होती है। लेकिन इन आपदाओं को लेकर पटनायक ने ये सुनिश्चित किया है कि राज्य इनका सामना करने के लिए सुसज्जित है। यहां तक कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई मंचों पर भी उनकी प्रशंसा हुई है।
बड़ी संख्या में समाज कल्याण योजनाएं लागू कीं
पटनायक उन कुछ मुख्यमंत्रियों में से एक हैं, जिन्होंने अधिक संख्या में समाज कल्याण योजनाओं को पेश किया है। किसानों के लिए शुरू की गई कालिया (KALIA) योजना केंद्र की पीएम-किसान योजना के जैसी ही है। उन्होंने गरीबों के लिए 1 रुपये प्रति किलो चावल योजना को भी शुरू किया। संसाधनों की बात करें तो खदानों की नीलामी ओडिशा सरकार के काम आई है। हाल ही में केंद्रीय इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और पटनायक ने भारत में जापान के राजदूत के साथ मुलाकात की थी। जापान ओडिशा में निवेश के अवसरों की तलाश कर रहा है। ओडिशा खानों की नीलामी से अच्छी खासी कमाई करता रहेगा। इसके साथ ही जेएसडब्ल्यू जिसने परदीप में पोस्को इंडिया की जगह ली है, वहां एक स्टील प्लांट स्थापित करेगा।
आर्थिक स्तर पर लगातार बेहतर प्रदर्शन
राष्ट्रीय विकास की तुलना में ओडिशा आर्थिक स्तर पर लगातार बेहतर रहा है। पिछले सात सालों में यहां की औसत वृद्धि 6.9 प्रतिशत के राष्ट्रीय औसत की तुलना में लगभग 8 प्रतिशत पर बनी हुई है। राज्य के वित्त मंत्री निरंजन पुजारी ने कहा कि वैश्विक और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में मंदी के बावजूद, ओडिशा की अर्थव्यवस्था 2019-20 में 6.16 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है। यह राष्ट्रीय औसत 5 प्रतिशत से ऊपर है। ओडिशा एक अनुकूल निवेश स्थान के रूप में भी उभरा है और सीएमआईई डाटा 2019 के अनुसार इसने देश में कुल निवेश का रिकॉर्ड 18 प्रतिशत आकर्षित किया है। पुजारी ने यह भी कहा कि 2020-21 के दौरान राज्य में 7 से 7.5 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है। कृषि क्षेत्र की बात करें तो राज्य की औसत वृद्धि 4.5 प्रतिशत है जो राष्ट्रीय औसत 3.1 प्रतिशत से अधिक है। ओडिशा को लगातार केंद्र द्वारा पांच कृषि कर्मण पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।
चार नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए
ओडिशा सरकार ने चार नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए हैं और सात अभी स्थापित होने वाले हैं। पहले एम्स में से एक भुवनेश्वर में स्थापित किया गया था और सरकार ने अगले दो साल में पुराने मेडिकल कॉलेज, एससीबी मेडिकल कॉलेज में सुधार के लिए 1,000 करोड़ रुपये के निवेश का फैसला किया है। 5 मार्च को पटनायक ने इसके लिए आधारशिला रखी थी। मार्च में पटनायक ने घोषणा की थी कि राज्य सरकार अगले चार साल में ग्रामीण गरीबों को 20 लाख कंक्रीट के घर मुहैया कराएगी। राज्य ने पहले ही लाभार्थियों को 25 लाख कंक्रीट के घर उपलब्ध कराए हैं। हॉकी विश्व कप 2018 भुवनेश्वर के कलिंग स्टेडियम में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया था। राज्य विश्व स्तरीय खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर का भी निर्माण कर रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने प्रशंसा की
इसके अलावा पटनायक ने स्वयं सहायता समूहों के लिए एक नया विभाग 'मिशन शक्ति' बनाने की घोषणा की है। ये घोषणा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर 8 मार्च को की गई थी। पटनायक अब सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई का सामना कर रहे हैं। इस महीने की शुरुआत में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने महामारी के प्रभावी प्रबंधन के लिए ओडिशा सरकार की प्रशंसा की थी। डब्ल्यूएचओ ने कहा था, 'सोशल डिस्टैंसिंग के उपायों का पालन करते हुए फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना चुनौतीपूर्ण था, लेकिन आपदा प्रबंधन में राज्य के अनुभव ने स्थिति को संभालने में मदद की। पंचायती राज संस्थाओं और समुदाय आधारित प्रतिक्रिया रणनीति के सहयोग से प्रभावी शासन ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए स्थिति को सक्षम बनाया है।'
FAO
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