CJI रंजन गोगोई के कामकाज का आज आखिरी दिन, फेयरवेल में कही ये बात
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नई दिल्ली। भारत के प्रधान न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई का आज आखिरी कार्यदिवस रहा, कोर्ट की कार्यवाही के बाद उनकी विदाई के लिए एक समारोह का आयोजन सुप्रीम कोर्ट के प्रांगण में किया गया। कार्यकाल के आखिरी दिन आज सीजेआई रंजन गोगोई कोर्ट नंबर-1 में सक्सेसर एसए बोबड़े के बगल में बैठे और 10 मामलों पर नोटिस जारी किया। यहां एक नोट लिखकर उन्होंने न्यायपालिका को अपनी 'स्वतंत्रता का प्रयोग करते चुप्पी बनाए रखने' की बात कही।
18 नवंबर को जस्टिस शरद अरविंद बोबड़े भारत के 47वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे। इसके पहले अपने कार्यकाल के आखिरी दिन मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। न्यायमूर्ति गोगोई का प्रधान न्यायाधीश के रूप में कार्यकाल 13 महीने और 15 दिन का रहा । बोबडे के 18 नवंबर को प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण करने की उम्मीद है। उनका कार्यकाल 18 महीना होगा।
इस दौरान उच्चतम न्यायालय बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश खन्ना ने बार की ओर से प्रधान न्यायाधीश के प्रति आभार व्यक्त किया। भारत के प्रधान न्यायाधीश के तौर पर न्यायमूर्ति रंजन गोगोई का कार्यकाल रविवार को समाप्त हो रहा है। वह पिछले साल प्रधान न्यायाधीश पद की शपथ ग्रहण करने के बाद भी राजघाट गये थे। न्यायमूर्ति गोगोई बाद में सभी उच्च न्यायालयों के 650 न्यायाधीशों और 15,000 न्यायिक अधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बात करेंगे। न्यायमूर्ति गोगोई द्वारा सभी न्यायाधीशों और न्यायिक अधिकारियों को को अपना संदेश भी दिये जाने की भी उम्मीद है।
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