मुख्य न्यायाधीश जेएस खेहर याचिकाकर्ता से बोले- मैं भी हिंदू हूं, लेकिन किसी से डरता नहीं
जेएस खेहर ने याचिकाकर्ता की याचिका खारिज करते हुए कहा कि अगर वह भविष्य में ऐसी कोई याचिका दायर करते हैं तो याचिका के साथ 50 हजार का डिमांड ड्राफ्ट भी लगाना होगा।
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में एक सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश जेएस खेहर ने कहा- मैं भी हिंदू हूं, लेकिन मैं किसी से नहीं डरता हूं। दरअसल खेहर ने यह टिपप्णी एक केस की सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता से कही है। याचिकाकर्ता ने सुनवाई के दौरान कहा कि हिंदू अदालत में आने से डरते हैं, वे लोग इन सब बातों के चक्कर में नहीं पड़ना चाहते हैं। इस याचिकाकर्ता का नाम बाल राम बाली है, जिसने 10वीं बार गोहत्या पर रोक लगाने की याचिका दायर की है। बाली से अपनी बात कहते हुए मुख्य न्यायाधीश जेएस खेहर बोले कि अगर किसी के पास तथ्य हैं तो फिर उसे डरने की किया जरूरत है।
जस्टिस
ने
याचिकाकर्ता
से
कहा
कि
उसकी
याचिका
में
कुछ
भी
नया
नहीं
है।
इससे
पहले
भी
वह
9
बार
याचिका
दायर
कर
चुके
हैं,
जिन्हें
सुप्रीम
कोर्ट
ने
खारिज
कर
दिया
है।
याचिकाकर्ता
ने
कहा
कि
1996
में
संविधान
पीठ
ने
इस
संबंध
में
गलत
आदेश
देते
हुए
फैसले
को
गलत
रिकॉर्ड
कर
लिया
कि
पौराणिक
काल
में
हिंदू
लोग
गाय
और
सूअर
का
मांस
खाया
करते
थे।
उसने
यह
भी
दावा
किया
कि
इस
तरह
की
कोई
भी
बात
किसी
भी
वेद
या
पुराण
या
किसी
अन्य
धार्मिक
ग्रंथ
में
ऐसी
कोई
बात
नहीं
लिखी
है
कि
पुराने
समय
में
हिंदू
धर्म
के
लोग
गाय
और
सूअर
का
मांस
खाया
करते
थे।
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पर
सुनवाई
करते
हुए
मुख्य
न्यायाधीश
जेएसखेहर
ने
याचिकाकर्ता
की
दलीलों
को
खारिज
करते
हुए
चेतावनी
दी
कि
अगर
वह
भविष्य
में
इस
तरह
की
कोई
याचिका
दायर
करते
हैं
तो
उन्हें
याचिका
के
साथ
50
हजार
रुपए
का
ड्राफ्ट
भी
लगाना
होगा।
आपको
बता
दें
कि
याचिकाकर्ता
बाली
पर
अदालत
की
अवमानना
करने
का
केस
भी
चल
चुका
है।
आपको
बता
दें
कि
जेएस
खेहर
भारत
के
44वें
मुख्य
न्यायाधीश
हैं।
दिसंबर
2016
में
उनकी
नियुक्ति
की
गई
है
और
उनका
कार्यकाल
अगस्त
2017
तक
रहेगा।
वे
27
अगस्त
2017
तक
इस
पद
पर
रहेंगे।