कल्याण मर्डर केस: मुर्गों के पंख और कमर पर बंधी ताबीज से खुला महिला की हत्या का राज
मुंबई। 23 जून को ठाणे के कल्याण में 25 साल की एक महिला की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने अब इस हत्याकांड को सुलझा लिया है और हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया है। अभियुक्त पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। पुलिस मुर्गियों के पंख, चिकन के टुकड़े और एक ताबीज के चलते हत्यारे तक पहुंची। हालांकि इस मामले में एक आरोपी फरार चल रहा है। आपको बता दें कि सबूत मिटाने के लिए आरोपियों ने हत्या के बाद महिला का शव जलाने की कोशिश की थी लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस आरोपियों तक पहुंचने में कामयाब रही। विस्तार से जानिए पूरा मामला
मुर्गियों के पंख और महिला के कमरे में बंधे ताबीज से पुलिस को मिला सुराग
गौरतलब है कि 23 जून को ठाणे जिले के कल्याण इलाके में राया-खडवली मार्ग के करीब 25 साल की महिला का शव मिला था। हत्या के बाद सबूत मिटाने के लिए महिला के शव को आग लगा दी गई थी। छानबीन में जुटी पुलिस ने पाया कि शव जिस बोरी में डालकर फेंका गया था उसमें बड़ी संख्या में मुर्गियों के पंख और चिकन के टुकड़े मिले। महिला ने अपनी कमर में एक ताबीज पहना था जिसमें बंगाली भाषा में कुछ लिखा था। इन सबूतों के आधार पर पुलिस ने अंदाजा लगाया कि महिला मूल रूप से पश्चिम बंगाल की है और उसकी हत्या करने वाला चिकन-मटन की दुकान चलाने वाला हो सकता है।
पश्चिम बंगाल पहुंच पुलिस ने की छानबीन
इसके बाद पुलिस ने टिटवाला इलाके में पश्चिम बंगाल के चिकन, मटन की दुकान चलाने वालों की पहचान शुरू की। इसी बीच पता चला कि हत्या के बाद से ही आलम शेख नाम का एक व्यक्ति गायब है। साथ ही पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि शेख की मोनी नाम की एक महिला से दोस्ती थी जो पिछले कुछ दिनों से नहीं दिखाई दे रही है।
दोनों के बीच थे करीब संबंध
पूछताछ में उसने बताया कि उसकी पिछले कुछ महीनों से मोनी से पहचान हुई इसके बाद दोनों के बीच करीबी संबंध बन गए। मोनी आलम से करीब ढाई लाख रुपए उधार ले चुकी थी। इसके अलावा वह और पैसे मांग रही थी। अपने पुराने पैसे न मिलने और लगातार पैसों की मांग से नाराज आलम ने अपने दोस्त मनोरुद्दीन की मदद से मफलर से गला घोंटकर मोनी की हत्या कर दी। इसके बाद शव बोरी में भरकर मोटर साइकल से सुनसान इलाके में ले गया और उस पर मिट्टी का तेल छिड़कर आग लगा दी