छत्तीसगढ़ चुनाव: ये हैं सबसे कम अंतर से जीतने वाले चार उम्मीदवार
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने एकतरफा जीत हासिल की है। राज्य में भाजपा और जेसीसी-बसपा गठबंधन उसे मुकाबला नहीं दे पाए लेकिन कई उम्मीदवारों के बीच बेहद करीबी मुकाबला देखने को मिला है। कई उम्मीदवारों के बीच हार-जीत का अंतर महज कुछ सौ वोटों का ही रहा। छत्तीसगढ़ के चार सबसे कम वोटों से जीतने वाले कैंडिडेट में दो भाजपा और कांग्रेस-जेसीसी का एक-एक कैंडिडेट है।
धमतारी से चुनाव लड़ रही भाजपा की रंजना साहू ने सबसे नजदीकी जीत हासिल की है। उन्होंने कांग्रेस के गुरुमुख सिंह को 464 वोट से हराया। खैरागढ़ सीट से जेसीसी के देवव्रत सिंह ने भाजपा के कोमल जंघेल को 870 वोट से हराया। कोंडागांव से कांग्रेस के मोहन मरकम ने भाजपा की लता उसेंदी को 1796 वोटों से हराया। वहीं अकलतारा से भाजपा के सौरभ सिंह ने बसपा कैंडिडेट अजित जोगी की बहू रिचा जोगी को 1854 वोटों से हराया है।
वहीं सबसे बड़े अंतर से जीत की बात करें तो कवर्धा विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी मोहम्मद अकबर ने जीत का नया रिकॉर्ड बनाया है। छत्तसीगढ़ की कवर्धा विधानसभा सीट से कांग्रेस के मोहम्मद अकबर ने भाजपा के अशोक साहू को 59,038 वोटों से हराया। प्रदेश की सभी 90 सीटों पर इतने बड़े अंतर से किसी उम्मीदवार ने जीत दर्ज नहीं की। छत्तीसगढ़ में इससे पहले इतनी बड़ी जीत अजित जोगी के नाम दर्ज थी, जिसे इस बार 4 उम्मीदवार ने तोड़ दिया। जहां अकबर इतने अंतर से जीते, वहीं चार और कांग्रेस उम्मीदवारों ने भाजपा प्रत्याशियों को 50 हजार से ज्यादा अंतर से हराया है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के मंगलवार को जारी हुए नतीजे कांग्रेस के लिए बड़ी खुशी लेकर आए हैं। 15 साल बाद यहां पार्टी सरकार बनाने जा रही है। पार्टी को 90 में से 68 सीटें मिली हैं। वहीं पिछले 15 सालों से सत्ता में काबिज भाजपा को केवल 15 सीटों से संतुष्टि करनी पड़ी। छत्तीसगढ़ में बसपा ने 2 और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ (जे) ने 5 सीटें जीती हैं।
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