छत्तीसगढ़ में नहीं चली जोगी की माया, बंपर वोट हासिल कर कांग्रेस ने बनाया रिकॉर्ड
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मिजोरम और तेलंगाना विधानसभा चुनाव 2018 के परिणामों में कई चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। कांग्रेस के लिहाज से देखें तो उसे सबसे बेहतर रिजल्ट छत्तीसगढ़ में मिला है, जहां उसने बीजेपी का सूपड़ा साफ कर दिया है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस 68 पर बढ़त बनाकर अजेय हो चली है, जबकि सत्ताधारी भाजपा सिर्फ 15 सीटों पर आगे है। दूसरी ओर भाजपा के लिहाज से देखें तो उसकी सबसे बड़ी हार छत्तीसगढ़ में ही हुई है। यहां पर पार्टी मजबूत विपक्ष के तौर पर जगह नहीं बना सकी है। भाजपा के लिए छत्तीसगढ़ के आंकड़े डराने वाले हैं।
कांग्रेस ने बड़े अंतर से भाजपा को हराया
छत्तीसगढ़ में भाजपा को कोई सामान्य हार नहीं मिली है। पिछले तीन विधानसभा चुनावों में रमन सिंह ने कांग्रेस को हराया जरूर, लेकिन कांग्रेस की हार इतनी बुरी नहीं थी, जितनी 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को दी है। 2013 विधानसभा चुनाव में जीतकर भाजपा ने छत्तीसगढ़ में सरकार बनाई थी, लेकिन दोनों पार्टियों को मिले वोटों में महज 0.75 प्रतिशत का अंतर था। 2018 विधानसभा चुनाव के परिणामों की बात करें तो इस बार भाजपा को 33 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए, जबकि कांग्रेस को 43 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए हैं। कांग्रेस ने भाजपा की तुलना में 10 प्रतिशत से ज्यादा वोट प्राप्त किए हैं।
अजित जोगी के अलग पार्टी बनाने के बाद कांग्रेस की प्रचंड जीत
छत्तीसगढ़ में इस बार कांग्रेस लीडरशिप के अभाव से भी जूझ रही थी। अजित जोगी अलग पार्टी के साथ चुनाव मैदान उतरे। यहां तक कि बसपा के साथ उन्होंने समझौता भी कर लिया। ऐसा माना जा रहा था कि अजित जोगी और मायावती के साथ आने से रमन सिंह का काम आसान हो जाएगा और कांग्रेस की मुश्किल बढ़ जाएगी, लेकिन परिणाम एकदम उलट आए। कांग्रेस को बंपर वोट मिला, जबकि अजित जोगी-मायावती बेसर दिखे और भाजपा बेबस।
2008 में रमन सिंह ने सबसे ज्यादा अंतर से प्राप्त की जीत
इसी प्रकार से 2008 विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 43.3 प्रतिशत वोट के साथ 50 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि कांग्रेस 38 सीटों पर जीत दर्ज करने में सफल रही थी और उसे 38.6 प्रतिशत वोट मिला था। इसी प्रकार से 2003 विधानसभा चुनाव के नतीजों की बात करें तो भाजपा को 50 सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस को 37 सीटों पर जीत प्राप्त हुई थी। 2003 चुनाव में कांग्रेस को 36.7 प्रतिशत, जबकि भाजपा को 39.3 प्रतिशत वोट मिले थे। छत्तीसगढ़ के पिछले तीनों चुनावों में कांग्रेस को किस्मत का साथ नहीं मिला और वह मामूली अंतर से हारती रही, लेकिन इस बार कहानी पूरी तरह पलटती दिख रही है। कांग्रेस छत्तीसगढ़ में सिर्फ आगे नहीं है बल्कि दोगुनी सीटों पर बढ़ बनाए हुए है। खबर लिखे जाने तक कांग्रेस ने 49 सीटों पर, भाजपा ने 26 सीटों बढ़ बनाए रखी।