छत्तीसगढ़: पशु पालकों से गोबर खरीदने की योजना को भूपेश कैबिनेट की मंजूरी
छत्तीसगढ़: पशु पालकों से गोबर खरीदने की योजना को कैबिनेट की मंजूरी
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ में किसानों से दो रूपए किलो गोबर खरीदने की योजना को राज्य कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है। भूपेश बघेल मंत्रिमंडल ने 'गोधन न्याय योजना' को मंजूरी दी है। इसके तहत पशु पालक किसानों से दो रुपये प्रति किलोग्राम की दर से गोबर खरीदा जाएगा। कैबिनेट ने गोबर के क्रय की दर को दो रुपये प्रति किलोग्राम परिवहन व्यय सहित करने का अनुमोदन किया।
राज्य में हरेली पर्व यानी 20 जुलाई से इस योजना की शुरूआत होगी। राज्य में अब तक 5,300 गोठान स्वीकृत किए जा चुके हैं जिसमें से ग्रामीण क्षेत्रों में 2,408 और शहरी क्षेत्रों में 377 गोठान बन चुके हैं जहां से इस योजना की शुरूआत की जाएगी। राज्य सरकार ने 'गोधन न्याय योजना' के नाम से गोबर खरीदने का फैसला पिछले महीने लिया था। इसके लिए हाल ही में राज्य सरकार ने मंत्रिमंडलीय उपसमिति का गठन किया गया, जिसने गोबर खरीदी की दर पर अंतिम मुहर लगा दी।
मंत्रिमण्डलीय समिति ने गोठान ग्राम में पशुपालकों से 1.50 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से गोवंशीय और भैंस वंशीय मवेशियों के गोबर क्रय की अनुशंसा की थी। मंत्रिमंडल की बैठक में गोबर के क्रय की दर को दो रुपये प्रति किलोग्राम परिवहन व्यय सहित करने का अनुमोदन किया गया।
राज्य में स्थापित गोठान में गाय और भैंस पशुपालकों से गोठान समितियों के माध्यम से गोबर क्रय कर उससे वर्मी कम्पोस्ट और अन्य उत्पाद तैयार किए जाएंग। इससे जैविक खेती को बढ़ावा मिलने के साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर, गौपालन एवं गौ-सुरक्षा को प्रोत्साहन, द्विफसली क्षेत्र के विस्तार के साथ ही पशुपालकों को आर्थिक लाभ प्राप्त होगा।