नहीं रहे चेन्नई के गरीबों के प्यारे 5 रुपए वाले डॉक्टर, पीएम मोदी ने बताया हीरो
चेन्नई। सिर्फ पांच रुपए की फीस लेकर मरीजों का इलाज करने वाले चेन्नई के डॉक्टर एस जयचंद्रन का देहांत हो गया है। वो 71 साल के थे। पांच रुपए वाले डॉक्टर के नाम से पूरे शहर में मशहूर जयचंद्रन कुछ समय से बीमार थे। महज पांच रुपए में इलाज करने की वजह से वो गरीब लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय थे। डॉ जयचंद्रन की मौत पर प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर उन्हें याद किया है और उन्हें एक हीरो बताया है।
घर में था क्लीनिक, मरीजों के लिए 24 घंटे खुले थे दरवाजे
उत्तरी चेन्नई के पुराने वेसरमेनपेट इलाके की वेंकातचलम गली में 1970 में उनका घर और क्लीनिक रहा। बाद में उन्होंने अपने क्लिनिक को कासीमेडु में शिफ्ट कर लिया। डॉ जयचंद्रन के क्लीनिक के दरवाजे 24 घंटे मरीजों के लिए खुले रहे। बीते 43 साल से हर रोज सैकड़ों मरीज उनसे इलाज कराते रहे। शुरुआत में उनकी फीस 25 पैसे थी, जो रुपए से दो रुपए होकर अब पांच रुपए तक पहुंची थी।
पांच रुपए फीस थी, आधे मरीजों से वो भी नहीं लेते थे
मद्रास मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने प्रैक्टिस की थी। उनके आसपास रहने वालों और उनके कुछ मरीजों ने बताया कि तमाम उम्र सिर्फ लोगों का इलाज उनका मकसद रहा, पैसा कभी उनके लिए कभी अहमियत में नहीं रहा। उनसे इलाज करने वाले लोग बताते हैं कि वो पांच रुपए की फीस थी और उसे भी वो आधे लोगों से नहीं लेते थे। गरीब लोगों को बहुत बार दवा भी अपने पास से वो दे देते थे। इसके चलते पूरे इलाके में उनका बेहद सम्मान है।
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लंग्स इंफेक्शन से पीड़ित थे
डॉ जयचंद्रन के बेटे सरावन जगन ने बताया कि बीते काफी समय से फेफड़ों में इंफेक्शन की समस्या से परेशान थे। एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। यहीं उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली। डॉ जयचंद्रन को साल 2008 में नाइटहुड अवॉर्ड, 2012 में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड के अलावा 2005, 2006 और 2009 में डॉक्टर्स डे अवॉर्ड से नवाजा गया।
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