Akshay Parkar: 7 स्टार होटल का शेफ आज सड़क किनारे बेच रहा है बिरयानी, जानिए क्यों आई ऐसी नौबत
नई दिल्ली। साल 2020 कई मामलों में एक कठिन वर्ष रहा है। कोरोना वायरस महामारी की वजह से लोगों ने अपनी जान तो गंवाई ही वहीं, कई लोगों को अपनी नौकरी भी गंवानी पड़ी है। भारत में कोरोना वायरस के चलते लागू किए गए देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान महीनों तक काम न होने की वजह से कई लघु उद्योग बंद हो गए तो कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। हालांकि हालात भले ही कितने विकट हों लेकिन इस बीच कुछ लोगों ने अपनी मेहनत और जज्बे से यह साबित कर किया है कि हमें कभी भी कठिन परिस्थिति के आगे हार नहीं माननी चाहिए। अक्षय पारकर ने भी कुछ ऐसी ही मिसाल पेश की है।
लॉकडाउन में चली गई थी नौकरी
अक्षय पारकर पेशे से शेफ (बावर्ची) हैं जिन्होंने 5 सितारा होटलों और अंतरराष्ट्रीय क्रूज में बनाएं व्यंजनों से लोगों को अपनी ऊंगलिया चाटने पर मजबूर किया है। अक्षय पारकर को भी कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप झेलना पड़ा है, उन्हें सबसे बड़ा झटका तब लगा जब एक दिन उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया। हालांकि उन्होंने इस मुश्किल घड़ी में हार मानने की बजाए परिस्थिति से लड़ने का फैसला किया। अक्षय ने मुंबई में सड़क के किनारे एक स्टॉल खोला और बिरयानी बेचकर अपनी आजीविका कमाने लगे।
अक्षय पारकर ने नहीं मानी हार
अक्षय पारकर आज उन लोगों के लिए मिसाल हैं जो मुश्किल घड़ी से हारकर या तो डिप्रेशन में चले जाते हैं या फिर खौफनाक कदम उठा लेते हैं। सोशल मीडिया पर अक्षय पारकर उस समय चर्चा का केंद्र बने जब Being मालवणी नाम के एक फेसबुक पेज ने उनकी कहानी इंटरनेट पर शेयर की। इस पोस्ट में बिरयानी बेचते अक्षय की कई तस्वीरें भी शेयर की गई हैं। पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, 'जिंदगी आपको एक मौका देती है और यह आप पर निर्भर करता है कि आप उस पर को सोने में कैसे बदलते हैं।'
7 स्टार होटल में कर चुके हैं काम
कैप्शन में आगे कहा गया, इस लॉकडाउन से पहले उन्होंने (अक्षय पारकर) मुंबई स्थित 7 स्टार ताज सत्स होटल में शेफ की नौकरी की। यहां तक कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रूज में लगभग 8 साल तक बतौर शेफ काम किया। इसके अलावा एक 5 स्टार होटल में सीनियर शेफ के पद पर भी रहे। लेकिन लॉकडाउन के दौरान उनकी नौकरी चली गई। इसके बाद उन्होंने दादर में बिरयानी का एक स्टाल लगाया, आज अक्षय इसी से अपने परिवार और अपना खर्च चला रहे हैं।
स्टाल लगाने के दौरान भी सामने आई कई मुश्किलें
अक्षय को पता था कि नौकरी जाने के बाद चुप बैठने से कुछ नहीं होगा। उन्होंने अपनी कला का उपयोग करते हुए दादर में शिवाजी मंदिर के सामने शाकाहारी और नॉन वेज बिरयानी स्टाल लगाया। इस काम में भी उन्हें कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ा लेकिन वो जिद्दी थे और सभी परिशानियों का डटकर सामना किया। अक्षय आज गर्व के साथ अपना काम कर रहे हैं। बता दें कि फेसबुक पोस्ट में अक्षय के स्टॉल का पता और संपर्क नंबर भी शेयर किया गया है। अक्षय की कहानी वायरल होने के बाद कई यूजर्स ने उनकी सराहना की है।
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