कांग्रेस अध्यक्ष पद के बदलते उम्मीदवार, सोशल मीडिया पर क्या कह रहे हैं लोग
अशोक गहलोत और दिग्विजय सिंह के पीछे हटने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के लिए अब तीन नाम सामने हैं. कांग्रेस की सियासत पर लोग सोशल मीडिया पर क्या बातें कर रहे हैं.
पहले अशोक गहलोत, फिर दिग्विजय सिंह और अब मल्लिकार्जुन खड़गे... कांग्रेस में अध्यक्ष पद की उम्मीदवारी को लेकर चल रही उठा-पटक अब तक नहीं थमी है. तीन दिन में तीन नाम सामने आ चुके हैं.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पीछे हटने के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का नाम सामने आया था, लेकिन उन्होंने भी नामांकन करने से इनकार कर दिया है.
अब वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन का पर्चा भर दिया है.
इससे पहले गुरुवार को दिग्विजय सिंह ने पार्टी दफ़्तर से अध्यक्ष पद के नामांकन का फ़ॉर्म लिया था और कहा था कि वो शुक्रवार को नामांकन करेंगे.
हालांकि शुक्रवार को दिग्विजय सिंह ने ये कहते हुए अध्यक्ष पद की दौड़ से किनारा कर लिया कि मल्लिकार्जुन खड़गे के सामने वो चुनाव नहीं लड़ेंगे.
इसी के साथ अब अध्यक्ष पद के लिए तीन उम्मीदवार हो गए हैं- मल्लिकार्जुन खड़गे, शशि थरूर और झारखंड कांग्रेस के नेता केएन त्रिपाठी.
खड़गे ने नामांकन से पहले दिग्विजय सिंह और शशि थरूर से मुलाकात की थी.
शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन का आखिरी दिन है.
कांग्रेस में अध्यक्ष पद को लेकर हो रहे इस विवाद की चर्चा सोशल मीडिया पर भी जोरों से हो रही है. कुछ इस पर चुटकी ले रहे हैं, तो कुछ मल्लिकार्जुन खड़गे की उम्र पर सवाल उठा रहे हैं.
लेकिन, लोगों की प्रतिक्रियाएं जानने से पहले जानते हैं कैसे हुई इसकी शुरुआत.
राजस्थान से आया ट्विवस्ट
इस विवाद की शुरुआत राजस्थान में मचे सियासी घमासान से हुई थी.
दरअसल, अशोक गहलोत को अध्यक्ष पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन चर्चा थी कि गहलोत अगर कांग्रेस अध्यक्ष पद संभालते हैं तो सचिन पायलट को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. इसे लेकर विधायकों के एक बड़े वर्ग ने विरोध किया और ये मामला बढ़ता गया.
अशोक गहलोत अध्यक्ष पद के लिए तैयार नज़र नहीं आए और उन्होंने ये बयान भी दिया था कि वो अपने कई दशकों के राजनीतिक करियर में कई पद संभाल चुके हैं, इसलिए अध्यक्ष पद के लिए किसी युवा को सामने आना चाहिए. वो पहले भी राहुल गांधी से अध्यक्ष पद संभालने की अपील कर चुके थे.
25 सिंतबर को विधायकों से बातचीत करने के लिए कांग्रेस महासचिव अजय माकन और वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को पर्यवेक्षक के तौर पर राजस्थान भेजा गया था. लेकिन गहलोत समर्थक विधायकों ने उनसे मुलाक़ात ही नहीं की, जिसके बाद माकन ने विधायकों के ख़िलाफ़ कार्रवाई के संकेत भी दिए थे.
गुरुवार को अशोक गहलोत ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाक़ात की थी. इसके बाद चुनाव में दावेदारी के सवाल पर बोलते हुए उन्होंने कहा, "मैंने तय किया है कि अब मैं इस माहौल के अंदर चुनाव नहीं लड़ूंगा. ये मेरा फ़ैसला है."
हालांकि इससे पहले कांग्रेस नेतृत्व की तरफ़ से संकेत दिए गए थे कि गहलोत अध्यक्ष पद के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी की पहली पसंद हैं.
- शशि थरूर: कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए कितनी तगड़ी है दावेदारी
- राहुल गांधी तमिलनाडु, केरल के बाद अब पहुँचेंगे कर्नाटक, कितनी मिल रही तवज्जो?
क्या कह रहे लोग
कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर जारी सियासी सरगर्मी के बीच यूज़र ईशकरण सिंह भंडारी ने चुटकी लेते हुए लिखा है, ''80 साल के खड़गे कांग्रेस के अध्यक्ष हो सकते हैं. बीजेपी इतिहास की सबसे किस्मत वाली पार्टी है.''
https://twitter.com/ishkarnBHANDARI/status/1575732007971143680
यूज़र राजेश्वरी ने ट्वीट किया, ''खड़गे बिल्कुल जीतेंगे. जब भी कांग्रेस को यस मैन की ज़रूरत होती है तो खड़गे को आगे किया जाता है.''
https://twitter.com/matkewali/status/1575698222953431040
यूज़र अमोक2 ने कहा, ''इतने सब हंगामे के बाद अगर मल्लिकार्जुन खड़गे को ही कांग्रेस का अध्यक्ष होना था तो सोनिया गांधी जी ही इस पद पर क्यों नहीं बनी रह सकतीं?''
https://twitter.com/politics_2019__/status/1575700670631407618
वैभव पुरोहित ने उम्र की ओर ईशारा करके लिखा, ''ग्रैंड ओल्ड पार्टी कांग्रेस के नए अध्यक्ष 80 साल के खड़गे.''
https://twitter.com/purohitvaibhav/status/1575733752176996353
यूज़र सौम्या ने लिखा, ''80 साल का बुर्जु़ग शख़्स क्या कर सकता है? पार्टी अध्यक्ष को ज़मीन पर काम करना होता है और लोगों से जुड़ना होता है. खड़गे सिर्फ़ गांधी परिवार से जुड़ सकते हैं.''
https://twitter.com/sowmiyasid/status/1575724016253673472
एक यूज़र ने @LeslieVardha ने परिवारवाद को निशाना बनाते हुए लिखा, ''कभी सम्मानित और समन्वित राष्ट्रीय पार्टी अब धोखेबाजी झेल रही है. जब आप दशकों से वंशवाद की राजनीति करते हैं तो ऐसा ही होता है.''
https://twitter.com/LeslieVardha/status/1575748787989262337
बीजेपी ने भी साधा निशाना
वहीं, पत्रकार और बीजेपी नेता भी कांग्रेस में चल रही हलचल पर प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. खड़गे की उम्मीदवारी को कांग्रेस के लिए फायदेमंद भी बताया जा रहा है.
बीजेपी नेता शहज़ाद जय हिंद ने ट्वीट किया, ''कांग्रेस के अध्यक्ष उम्मीदवार: दिग्विजय सिंह- 26/11 के लिए हिंदुओं पर इल्ज़ाम/ हिंदू आतंकवाद की बात की. शशि थरूर- हिंदू-पाकिस्तान का मज़ाक, एम खड़गे- सनातन धर्म के नाम पर क्या लोगों को बांटना चाहते हैं. हिंदुओं से नफ़रत होना ज़रूरी है.''
https://twitter.com/Shehzad_Ind/status/1575681312316616707
पत्रकार और लेखक सबा नकवी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को अच्छा उम्मीदवार बताया. उन्होंने ट्वीट किया, ''खड़गे का दलित होना भी महत्वपूर्ण है और उन्हें अच्छा उम्मीदवार बनाता है. कांग्रेस सवर्ण नेताओं को पेश करने के रुख को बदलना चाहती है. इसे नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता.''
https://twitter.com/_sabanaqvi/status/1575717273288916992
लेखक और संपादक मिनहाज़ मर्चेंट ने कहा, ''परिवार के 'आधिकारिक' उम्मीदवार के तौर पर 80 साल के खड़गे की कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में एंट्री. गांधी परिवार से निष्ठा रखने वाले व्यक्ति को बेहद सावधानी से चुना गया. दिग्विजय थोड़ा बहुत ध्यान बांटने के लिए और थरूर जो हारने वाले हैं, वो इस चुनाव को असल दिखाने के लिए है.''
https://twitter.com/MinhazMerchant/status/1575707022359601152
एक समाचार चैनल के संपादक आदित्य राज कौल ने लिखा, ''कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए उम्मीदवार तय नहीं कर सकती. पहले अशोक गहलोत गांधी परिवार का भरोसा खोने और सीएम बने रहने के लिए पीछे हट गए. अब दिग्विजय सिंह पीछे हट गए. क्या ये मल्लिकार्जुन खड़गे बनाम शशि थरूर होने वाला है.''
https://twitter.com/AdityaRajKaul/status/1575730630003785728
ये भी पढ़ें:-
- क्या कोई 'छुपा रुस्तम' होगा कांग्रेस का अध्यक्ष, नामांकन का आख़िरी दिन
- राहुल गांधी 'भारत जोड़ो' में आगे, लेकिन 'कांग्रेस जोड़ो' में पीछे क्यों?
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)