लालू के नाराज समधी ने बेटी की खुशी के लिए करियर लगा दिया दांव पर
नई दिल्ली। सार्वजनिक और निजी जीवन के बीच विभाजक रेखा वैसे तो लंबी होती है लेकिन कई बार ऐसी दुश्वारियां पैदा होती हैं कि यह छोटी पड़ जाती है। निजी जीवन, सार्वजनिक जीवन पर हावी हो जाता है और हालात बेकाबू होने लगते हैं। बिहार में दो बड़े राजनीतिक परिवार इस दौर से गुजर रहे हैं। लालू यादव के समधी चंद्रिका राय ने राजद से दूरी बना ली है। तेज प्रताप यादव के तलाक पर अड़ने और कानूनी पेचीदगियां बढ़ने से चंद्रिका राय असहज होते जा रहे हैं। अभी राजद में जोरशोर से सदस्यता अभियान चल रहा है। इस अभियान के तहत राजद के हर विधायक को पार्टी की सदस्यता का रिन्यूल कराना है और पंद्रह से बीस हजार लोगों को नया सदस्य बनाना है। लेकिन चंद्रिका राय इस टास्क को पूरा करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे। उन्होंने अभी तक न तो अपनी मेम्बरशिप रिन्यूल करायी है और न ही नये सदस्यों को पार्टी से जोड़ा है। उनका कहना है कि वे अन्य कार्यों में व्यस्त हैं इसलिए ऐसा हुआ है।
चंद्रिका राय की चिंता
चंद्रिका राय बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दारोगा प्रसाद राय के पुत्र हैं और परसा (छपरा) से राजद के विधायक हैं। उन्होंने बहुत अरमानों के साथ अपनी पुत्री ऐश्वर्या की शादी लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के साथ की थी। लेकिन जब से तेजप्रताप यादव ने फैमिली कोर्ट में तलाक की अर्जी दाखिल की है तब से लालू परिवार और राय परिवार के बीच खाई पैदा हो गयी है। चंद्रिका राय ने बेटी की शादी बचाने की बहुत कोशिशें कीं। शिकवा-शिकायत से दूर खामोश रहे। लेकिन तेजप्रताप अड़े रहे। अब तो कोर्ट में सुनवाई भी शुरू हो गयी है। जब सुलह के सारे रास्ते बंद हो गये और ऐश्वर्या को भी कोर्ट में जाना पड़ा तो कड़वाहट बढ़ने लगी। माना जा रहा है कि अभी तक खामोश रहने वाले चंद्रिका राय ने अगर लालू परिवार के खिलाफ मुंह खोल दिया तो राजद की मिट्टीपलीद हो जाएगी। ऐश्वर्या ने कानूनी बाध्यता के कारण भले कोर्ट में अपनी बात कही लेकिन सार्वजनिक रूप से उन्होंने कुछ नहीं कहा है। राय परिवार अभी भी आशावादी है कि शायद बिगड़ी हुई बात बन जाए। इस लिए चंद्रिका राय फिलहाल अपनी नाखुशी ही दर्शा रहे हैं।
ऐश्वर्या कोर्ट में रख चुकी हैं बात
तलाक मामले की सुनवाई शुरू हुई तो तेज प्रताप की पत्नी ऐश्वर्या को भी कोर्ट में हाजिर होना पड़ा। उन्होंने तेजप्रताप को लेकर अदालत में अपनी बात रखी। चूंकि तेजप्रताप के तलाक की अर्जी पर हो रही सुनवाई को मीडिया में दिखाने या प्रकाशित करने पर रोक है। इसलिए ऐश्वर्या ने कोर्ट में क्या कहा है, इसको लेकर कुछ लिखा नहीं जा सकता। लेकिन माना जा रहा है कि ऐश्वर्या ने लालू परिवार से जुड़ी कई चौकाने वाली बातें अदालत में कही हैं। इस विकट परिस्थिति में चंद्रिका राय अपनी बेटी ऐश्वर्या का मजबूत संबल बने हुए हैं। अभी उन्हें केवल अपनी बेटी की प्रतिष्ठा और जिंदगी की चिंता है। अब उन्हें बेटी को इंसाफ दिलाने फिक्र है न कि अपने पोलिटिकल करियर की। राजद के सदस्यता अभियान से दूर रहकर उन्होंने अपने पोलिटिकल करियर को एक तरह से दांव पर लगा दिया है।
बहुत समय से अलग-थलग हैं चंद्रिका
पिछले साल 27 नवम्बर को राबड़ी देवी के आवास पर राजद विधानमंडल दल की बैठक थी। इसके दो दिन बाद ही तेजप्रताप के तलाक की अर्जी पर कोर्ट में सुनवाई होनी थी। आहत चंद्रिका राय राजद की इस अहम बैठक में नहीं आये थे। तभी से कहा जा रहा है कि अब चंद्रिका राय का लालू परिवार से मोहभंग हो रहा है। लेकिन फिर दोनों परिवारों ने स्थिति को संभालने की कोशिश की। 2019 के लोकसभा चुनाव में चंद्रिका राय को तेजप्रताप के विरोध के बाद भी छपरा से टिकट दिया गया था। लोकसभा चुनाव हारने के बाद से चंद्रिका राय मायूस रहने लगे। तेज प्रताप के विरोध और कड़वे बयानों से चंद्रिका राय असहज हो गये। तलाक का मामला जैसे-जैसे जटिल हो रहा है चंद्रिका राय वैसे-वैसे राजद से दूर होते जा रहे हैं। वैसे वे अभी भी राजद के विधायक हैं।