ISRO चेयरमैन बोले- इस दिन पृथ्वी की कक्षा से बाहर हो जाएगा चंद्रयान-2, 20 को चांद की कक्षा में करेगा प्रवेश
नई दिल्ली। श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 22 जुलाई को रवाना किया चंद्रयान-2 अपने लक्ष्य की ओर लगातार आगे बढ़ रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चेयरमैन के सिवन ने सोमवार को कहा कि चंद्रयान-2 14 अगस्त को सुबह 3.30 बजे पृथ्वी की कक्षा बाहर हो जाएगा। इसके बाद 20 अगस्त तक चंद्रयान-2 चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कर सकता है।
इसरो के चेयरमैन ने कहा कि हमारी योजना के अनुसार चंद्रयान-2 7 सितंबर को चंद्रमा में उतरेगा। बता दें कि चंद्रमा की सतह पर उतरने के बाद रोवर लैंडर से अगल हो जाएगा और चंद्रमा की सतह पर एक चंद्र दिवस (पृथ्वी के 14 दिन के बराबर) की अवधि तक प्रयोग करेगा। क्योंकि लैंडर का जीवन काल एक चंद्र दिवस है। जबकि ऑर्बिटर अपने मिशन पर एक वर्ष तक की अवधि तक रहेगा।
बता दें कि चंद्रयान-2 फिलहाल पृथ्वी की आखिरी (पांचवें) कक्षा का चक्कर लगा रहा है। 2 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 27 मिनट पर चंद्रयान-2 सफलतापूर्वक पृथ्वी के चौथी कक्षा में पहुंच गया है। 29 जुलाई को चंद्रयान-2 पृथ्वी के तीसरी कक्षा में प्रवेश किया था। चंद्रयान-2 भारत का दूसरा मून मिशन है और पहला मिशन चंद्रयान साल 2008 में लॉन्च हुआ था।
ISRO Chairman: On 20 Aug, spacecraft will be reaching moon&we'll be carrying out lunar orbit insertion,by this process,#Chandrayaan2 will be around moon on Aug20, we plan to have series of maneuvers around moon, finally on Sep 7 we'll be landing on moon, this is our plan. https://t.co/XUgMLKLNcL
— ANI (@ANI) August 12, 2019
15 जुलाई को आई एक तकनीकी खामी को दुरुस्त करने के बाद इसरो ने सोमवार को चंद्रयान-2 लॉन्च किया। चंद्रयान 2 का मकसद चांद के करीब स्थित ध्रुवों पर मौजूद वाटर आइस और दूसरे जटिल पदार्थों का एक कदम और आगे बढ़ा चंद्रयान-2, चौथी बार बदली सफलतापूर्वक कक्षाअध्ययन करना है। नेशनल जियोग्राफिक के मुताबिक इस रिसर्च से वैज्ञानिकों को चांद और सोलर सिस्टम के बारे में जानकारी हासिल करने में सफलता मिलेगा।
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