Chandrayaan 2: इसरो ने किया ट्वीट, लैंडर विक्रम से संपर्क स्थापित करने को लेकर कही ये बात
नई दिल्ली। चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम की लैंडिंग चंद्रमा पर 7 सितंबर की देर रात 1.55 बजे होनी थी, लेकिन चंद्रमा पर लैंडिंग से 2.1 किमी पहले ही लैंडर का संपर्क इसरो सेंटर से टूट गया था। हालांकि, अगले ही दिन उस खबर से पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई जब इसरो चीफ के. सिवन ने बताया कि विक्रम लैंडर की लोकेशन मिल गई है। उन्होंने ये भी कहा था कि ऑर्बिटर ने लैंडर की थर्मल इमेज भी क्लिक की है। वहीं, इसी को लेकर अब इसरो ने एक ट्वीट किया है।
लैंडर विक्रम से संपर्क करने की हर संभव की जा रही कोशिश- इसरो
इसरो ने मंगलवार को सुबह एक ट्वीट किया जिसमें कहा गया कि विक्रम का लोकेशन मिल चुका है लेकिन अभी इससे संपर्क स्थापित नहीं हो पाया है। इसरो की तरफ से कहा गया है कि लैंडर से संपर्क स्थापित करने की हर संभव कोशिश की जा रही है। इसके पहले, इसरो चीफ के. सिवन ने भी कहा था कि लैंडर विक्रम से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने ये भी बताया कि चंद्रयान-2 का लैंडर विक्रम पूरी तरह से सुरक्षित है। इसरो की तरफ से बताया गया कि लैंडर सही-सलामत है लेकिन थोड़ा सा झुका हुआ है।
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लैंडर विक्रम को लोकेशन मिला
लैंडर विक्रम को चांद के साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग करनी थी लेकिन 2.1 किमी पहले ही लैंडर से संपर्क टूट गया था। इस मिशन से जुड़े एक अधिकारी की ओर से बताया गया था कि जो थर्मल इमेज सामने आई है, उससे जानकारी मिलती है कि लैंडर ने हार्ड लैंडिंग की है और अपनी लोकेशन के करीब है। अधिकारी ने बताया, 'लैंडर सिंगल पीस में वहां मौजूद है और इसमें कोई टूट-फूट नहीं हुई हैं। यह टिल्ट पोजिशन में है। लैंडर अभी पावर जनरेशन और सोलर पैनल्स की मदद से बैटरी का रिचार्ज कर सकता है।
चांद की सतह पर लैंड करने से पहले टूट गया था लैंडर से संपर्क
दरअसल, शनिवार को लैंडर विक्रम को चांद के साउथ पोल पर लैंड करना था लेकिन चांद के सतह से 2.1 किमी पहले ही इसका संपर्क ग्राउंड स्टेशन से टूट गया था। इसरो के वैज्ञानिकों को ये पता चल गया है कि उनके संपर्क से बाहर जाने वाला लैंडर अभी कहां हैं। विक्रम का लोकेशन पता चलने से कई राज खुलने की उम्मीद है। के. सिवन ने पहले भी कहा था कि ये मिशन नाकाम नहीं हुआ है और ऑर्बिटर चांद की कक्षा में सफलतापूर्वक चक्कर लगा रहा है।