Chandrayaan 2: खत्म नहीं हुई उम्मीद, विक्रम लैंडर को लेकर ISRO को अब इस चीज का इंतजार
नई दिल्ली। इसरो के महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान 2 को लेकर अगर आपने उम्मीद छोड़ दी है तो ये खबर आपके लिए खास है। चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर को लेकर एक और अपटेड आई है। भले ही हमने उम्मीद छोड़ दी हो, लेकिन अभी आस खत्म नहीं हुई है। इसरो को अब भी इंतजार है। चंद्रमा के जिस हिस्से में विक्रल लैंडर की लैंडिंग कराई गई है, वहां अभी रात है, जिसकी वजह से चाह कर भी इसरो कुछ नहीं कर पा रहा। मगर इसरो को चंद्रमा पर दिन होने का इंतजार है।
जी हां जैसे ही चंद्रमा के उस हिस्से में दिन होगा इसरो एक बार फिर से अपनी कोशिश में जुट जाएगा। इसरो को अब भी उम्मीद है कि वो चंद्रयान 2 के विक्रम लैंडर से संपर्क साथ सकता है। इसके लिए वो लगातार कोशिश कर रहा है और चंद्रमा के उस हिस्से में दिन होने पर एक बार फिर से अपने प्रयास में जुट जाएगा।
चंद्रमा पर जिस वक्त विक्रम लैंडर की लैंडिंग की गई थी, उस वक्त दिन था। चंद्रमा पर दिन और रात 14 दिन का होता है। 14 दिनों तक इसरो ने पूरी कोशिश की, मगर लॉन्चिंग के 14वें दिन बाद वहां अंधेरा छाने लगा, जिसके बाद से इसरो की कोशिशें विफल होने लगी। अब जब तक रात के भी 14 दिन पूरे नहीं हो जाते, तब तक इसरो कुछ प्रयास नहीं कर सकता।
हालांकि, इसरो प्रमुख के सिवन ने उम्मीद जताई है कि दो-चार दिन बाद जब वहां दिन होगा और एक बार फिर से वो विक्रम लैंडर से संपर्क साधने की कोशिश करेंगे। के सिवन ने कहा कि हमारे लैंडिंग स्थल पर भी रात का समय हो रहा है। चंद्रमा पर रात होने का मतलब है कि लैंडर अब अंधेरे में जा चुका है। गौरतलब है कि बीते 7 सितंबर को इसरो ने चंद्रयान 2 की विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग की कोशिश की, लेकिन अंतिम क्षण में विक्रम का इसरो से संपर्क टूट गया।