Chandrayaan 2: बॉलीवुड भी हुआ भावुक, अनुपम खेर बोले- गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में
नई दिल्ली। 'चंद्रयान-2' के लैंडर 'विक्रम' का चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया। सपंर्क तब टूटा जब लैंडर चांद की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर था। लैंडर को रात लगभग एक बजकर 38 मिनट पर चांद की सतह पर लाने की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन चांद पर नीचे की तरफ आते समय 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर जमीनी स्टेशन से इसका संपर्क टूट गया। 'विक्रम' ने 'रफ ब्रेकिंग' और 'फाइन ब्रेकिंग' चरणों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया, लेकिन 'सॉफ्ट लैंडिंग' से पहले इसका संपर्क धरती पर मौजूद स्टेशन से टूट गया। इस मिशन के सफल न होने पर पूरा देश जहां अफसोस कर रहा है, वहीं अपने वैज्ञानिकों के प्रयासों की भी हर कोई सराहना कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर विपक्षी नेताओं तक और बॉलीवुड सितारों ने भी वैज्ञानिकों के हौसले की दाद देते हुए भविष्य में कामयाबी की कामना की है।
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गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में
अनुपम खेर ने लिखा, 'गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में, वो तिफ्ल क्या गिरे जो घुटनों के बल चले!!!' बॉलीवुड एक्ट्रेस निम्रत कौर ने लिखा, 'हमें इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए @isro के हर मेहनतकश, प्रतिभाशाली लोगों के लिए ये एक अविश्वसनीय उपलब्धि है। चंद्रयान 2 पर बहुत ज्यादा गर्व है और इसके पीछे जो सपना है उससे बहुत ज्यादा प्रेरित हूं। भले ही हमने संपर्क खो दिया है, लेकिन आशा नहीं खोई है।'
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हमारा गौरव, हमारी जीत
अमिताभ बच्चन ने ट्वीट कर कहा 'गर्व कभी हार का सामना नहीं करता .. हमारा गौरव, हमारी जीत ।। आप पर गर्व है इसरो' अमिताभ बच्चन के अलावा रितेश देशमुख ने ट्वीट कर कहा कि हम होंगे कामयाब!!!!! भविष्य उन लोगों का है जो अपने सपनों में विश्वास रखते हैं! हमे इसरो की टीम पर पूरी तरह से विश्वास है। आज जो कुछ हासिल किया है वो छोटी उपलब्धि नहीं है।
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उम्मीद और विश्वास कभी नहीं खोना चाहिए
शाहरुख खान ने हाल ही में ट्वीट कर कहा कि कभी-कभी हम अपने मुकाम तक नहीं पहुंच पाते हैं। ऐसे महत्वपूर्ण चीज ये है कि हमें उम्मीद और विश्वास कभी नहीं खोना चाहिए। अभी मौजूदा स्थिति हमारी आखिरी मुकाम नहीं है और ना होगी। वो समय हमेशा आता है विश्वास और भरोसा रखना चाहिए। आपको बता दें कि चांद से ठीक चंद्रयान का संपर्क टूटने से वैज्ञानिक काफी मायूस हुए। इस दौरान किसी की आंखों में आंसू थे तो किसी चेहरे पर चिंता की लकीरें देखने को मिलीं। ऐसे में इसरो के मुख्यालय में मौजूद पीएम मोदी ने ना सिर्फ वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाया बल्कि लोगों से कहा कि ये अंत नहीं है। उन्होंने कहा कि जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, इससे हमारी यात्रा रुकेगी नहीं बल्कि जारी रहेगी।