कोरोना वायरस: चंद्रबाबू नायडू ने आंध्र सरकार पर साधा निशाना, कहा- मरीजों को एंबुलेंस में जानवरों की तरह भरा जा रहा
अमरावती। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया है कि वाईसीपी के नेतृत्व वाली सरकार ने भारी प्रचार कर 108 एंबुलेंस सेवा शुरू की थी लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस (कोविड-19) संदिग्ध मरीजों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कोविड-19 की गाइडलाइंस के अनुसार लोगों को खुद को इस वायरस से बचाने के लिए सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करना होता है लेकिन आंध्र प्रदेश में इन संदिग्ध मरीजों को भीड़ वाली एंबुलेंस में बिठाया जाता है, जिससे इनके संक्रमित होने का खतरा और भी ज्यादा बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही होता रहा तो राज्य में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से वृद्धि होगी। राज्य सरकार इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रही है और ना ही लोगों की सुरक्षा के बारे में कुछ सोच रही है। टीडीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री नायडू ने कोरोना संकट के दौरान 108 एंबुलेंस की सेवाओं को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'ये देखकर हैरान हूं कि 108 एंबुलेंस में कोविड संदिग्ध मरीजों को जानवरों की तरह ठूंसा जा रहा है, जिससे घातक वायरस फैल रहा है।'
टीडीपी अध्यक्ष ने एक वीडियो भी शेयर किया है। उन्होंने कहा, 'वीडियो में हम साफ देख सकते हैं कि कैसे संदिग्ध बुजुर्ग मरीज पहले से भरी हुई एंबुलेंस में बैठने से मना कर देता है। लेकिन 108 स्टाफ उसे कहता है कि वह बैठ जाए। कुछ समय के लिए वो मरीज से बहस भी करते हैं कि बैठ जाएं। क्योंकि उसमें बहुत सारे मरीज थे तो बुजुर्ग व्यक्ति को एक दरवाजा खोलकर स्टेयर पर खड़ा होने को कहा जाता है। एंबुलेंस स्टाफ एक बार और आने के बारे में नहीं सोच सकता। वो खुले दरवाजे के साथ ही एंबुलेंस ले जाते हैं, जिससे मरीजों पर खतरा देखा जा सकता है। कई संदिग्ध मरीजों ने एंबुलेंस के देरी से आने की शिकायत भी की थी।'
कोरोना
के
बढ़ते
मामलों
को
लेकर
तेजस्वी
का
हमला,
कहा-
नीतीश
कुमार
सीएम
के
तौर
पर
विफल